स्टेट चैंपियनशिप उभरते खिलाड़ियों के लिए बड़ा मंच: श्री अनुराग सिंह ठाकुर
स्टेट चैंपियनशिप उभरते खिलाड़ियों के लिए बड़ा मंच: श्री अनुराग सिंह ठाकुर
हमारा लक्ष्य, खेलों में निवेश बढ़े, खिलाड़ियों को आर्थिक लाभ मिले: अनुराग सिंह ठाकुर
कुड़ावाला में 63वीं राज्य स्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आगाज, अनुराग सिंह ठाकुर ने किया उद्घाटन, 32 टीमों ने दिखाया दम
पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने आज बद्दी के बरोटीवाला क्षेत्र के गांव कुड़ावाला में 63वीं हिमाचल प्रदेश राज्य स्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ कर खिलाड़ियों व आयोजकों को अपनी शुभकामनाएं दीं। उद्घाटन समारोह में वॉलीबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष वीरेंद्र कंवर और हिमाचल प्रदेश राज्य वॉलीबॉल संघ के महासचिव मदन राणा विशेष रूप से उपस्थित रहे। बद्दी पहुंचने पर दून व नालागढ़ मंडल के भाजपा कार्यकर्ताओं ने अनुराग ठाकुर का जोरदार स्वागत किया। इसके अतिरिक्त अनुराग सिंह ठाकुर ने ऊना व हमीरपुर में सरदार@150 यूनिटी मार्च में हिस्सा लेकर लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी के देश निर्माण में दिए गए अतुलनीय योगदान को याद किया।
तीन दिवसीय इस चैंपियनशिप में महिला व पुरुष वर्ग की कुल 32 टीमें भाग ले रही हैं। खेल मैदान में उमड़े उत्साह के बीच अनुराग सिंह ठाकुर ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार खिलाड़ियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य स्तरीय सीनियर मेन्स एंड वुमेंस चैंपियनशिप प्रतिभाशाली युवाओं को अपनी क्षमता दिखाने का महत्वपूर्ण अवसर देती है। उन्होंने कहा,
“आज पुरुषों और महिलाओं की कुल 32 टीमों ने भाग लिया है। स्टेट चैंपियनशिप से खिलाड़ियों को आगे कैंप और सिलेक्शन के चरणों में मौका मिलता है। हमारा प्रयास है कि आने वाले वर्षों में खेल संघों का विस्तार कर खिलाड़ियों को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हों। हमारे खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश व प्रदेश का मान बढ़े, खेलों में निवेश बढ़े, खिलाड़ियों को आर्थिक लाभ मिले…इसी लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं । उन्होंने हिमाचल में कोचों की भारी कमी पर चिंता जताते हुए आग्रह किया कि प्रदेश सरकार कम से कम 250–300 कोच नियुक्त करे, जबकि आदर्श संख्या 500 है।
“कोच होंगे तभी खेलों का वास्तविक सुधार और विस्तार संभव है,”
अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्र में मंत्री रहते हुए उन्होंने देशभर में खिलाड़ियों के लिए बड़ा बुनियादी ढांचा तैयार किया।
उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने खेलो इंडिया अकादमी और खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना को राष्ट्रीय स्तर पर अभियान के रूप में आगे बढ़ाया गया, जिसके तहत पूरे देश में 1100 सेंटर खोले गए ।
अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल की खेल स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा तो दिया जा रहा है, लेकिन आज तक अनेक खेलों के लिए कोच तक नियुक्त नहीं हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार कोचों की नियुक्ति नहीं कर पा रही है, तो हिमाचल ओलंपिक संघ आगे आएगा। संघ ने निर्णय लिया है कि आठ प्रमुख खेलों के लिए कोचों की नियुक्ति स्वयं की जाएगी। योजना के पहले चरण में 20 कोचों की नियुक्ति की जाएगी और इसके बाद दूसरे चरण में 100 कोच और नियुक्त किए जाएंगे ताकि हिमाचल के प्रतिभाशाली खिलाड़ी सही मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।
हिमाचल में ‘स्टेट गेम्स’ शुरू करने का सुझाव
अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन को सुझाव दिया कि जिस तरह राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल गेम्स आयोजित होते हैं, उसी तर्ज पर प्रदेश में भी हिमाचल स्टेट गेम्स शुरू किए जाएं। उन्होंने कहा कि इससे पूरे प्रदेश में खेलों का माहौल बनेगा और खिलाड़ियों को नियमों के तहत नौकरी व अन्य लाभ सुनिश्चित होंगे।
बिहार नतीजों पर प्रतिक्रिया: “हमारा काम बोला है”
बिहार में एनडीए की बड़ी जीत पर उन्होंने राज्य की जनता का आभार जताते हुए कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले वर्षों में शानदार कार्य हुए हैं।
“हमने पहले ही कहा था—हमारा काम बोलेगा। मोदी और नीतीश कुमार की जोड़ी के पक्ष में वोट आएंगे। महिलाओं की बंपर वोटिंग ने विकास की सरकार के पक्ष में स्पष्ट संदेश दिया है।”
राहुल गांधी हार के शतक की ओर”
वोट चोरी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी चुनाव से पहले ही ईवीएम और चुनाव आयोग पर सवाल उठाकर बहाना तैयार कर लेते हैं।
उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में हार के शतक की ओर बढ़ रही है ।
सरदार@150 यूनिटी मार्च में हिस्सा लेते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ पटेल ने भारत के एकीकरण के लिए 562 रियासतों को एक सूत्र में पिरोने का ऐतिहासिक कार्य किया था, जिससे आज का अखंड भारत अस्तित्व में आया। गुजरात के एकता नगर में स्थापित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ न केवल सरदार पटेल की स्मृति का प्रतीक है, बल्कि भारत की अदम्य एकता का परिचायक भी है। आज देश लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। सरदार पटेल ने प्रशासनिक व्यवस्था की नींव रखी और आज का भारत उनके दृष्टिकोण का परिणाम है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे एकता, अनुशासन और राष्ट्र समर्पण की भावना से देश सेवा करें। उन्होंने कांग्रेस पर सरदार वल्लभभाई पटेल को पूरी तरह अनदेखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गांधी नेहरू परिवारों को ही भारत रत्न जैसे सम्मान प्रदान किए गए जबकि सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे नेता को उनकी मृत्यु के 41 वर्ष के बाद भारत रत्न दिया गया”


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