आज संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से मिलता है विशेष फल
आज संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से मिलता है विशेष फल
14 अप्रैल 2023, दिन शुक्रवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन बैसाखी पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र सुबह 09.15 तक रहेगा, इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शुक्रवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से कालदण्ड नाम का अशुभ योग और इसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से सर्वार्थसिद्धि योग बनेगा। इनके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:53 से दोपहर 12:27 तक रहेगा।
मेष संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान करते हैं और उसके बाद अपनी क्षमता के अनुसार दान देते हैं।संक्रांति के दिन स्नान, दान और सूर्य पूजा का बड़ा ही महत्व है. मेष सूर्य की उच्च राशि है और इसमें सूर्य का प्रवेश लोगों के जीवन में कई तरह के बदलाव लेकर आएगा. मेष संक्रांति के दिन पूजा पाठ और कुछ ज्योतिष उपायों को करने से करियर में लाभ मिलता है और यश बढ़ता है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं मेष संक्रांति के पुण्यकाल, ज्योतिष उपाय, पूजा विधि, स्नान और दान मुहूर्त।
आज शुभ समय में नदी स्नान करें या फिर नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें. उसके बाद पितरों का जल से तर्पण करें. फिर सूर्य देव को जल से अर्घ्य दें. सूर्य देव को लाल पुष्प, लाल चंदन और गुड़ मिले पानी से अर्घ्य देना उत्तम रहता है. उस दौरान सूर्य मंत्र का जाप करते रहें।
1. मेष संक्रांति के दिन लाल फूल, लाल चंदन, लाल वस्त्र का दान करें. इससे आप पर सूर्य देव प्रसन्न रहेंगे. कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होगी. ग्रह दोष भी दूर होगा.
2. मेष संक्रांति को गुड़, घी, गेहूं, तांबा आदि का दान भी बड़ा फलदायी होता है. इससे अपको सूर्य प्रबल होता है और करियर में लाभ मिलता है. यश और र्कीति बढ़ती है.
कोई टिप्पणी नहीं