कुल्लू मनाली मे ग्लेशियर फटने से पौग बांध का बढा़ जल स्तर ,खटियाड़ के पास तीन गांब आए पानी की चपेट मे बचाव कार्य जारी - Smachar

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कुल्लू मनाली मे ग्लेशियर फटने से पौग बांध का बढा़ जल स्तर ,खटियाड़ के पास तीन गांब आए पानी की चपेट मे बचाव कार्य जारी

 कुल्लू मनाली मे ग्लेशियर फटने से पौग बांध का बढा़ जल स्तर ,खटियाड़ के पास तीन गांब आए पानी की चपेट मे बचाव कार्य जारी

फतेहपुर में कृत्रिम प्राकृतिक आपदा, खटियाड़ के साथ लगते गांवो में आई बाढ़,कई लोग फंसे फतेहपुर प्रशासन ने सम्भाला मोर्चा!

फतेहपुर : बलजीत ठाकुर  / 🙏


कुल्लू मनाली मे गलेशियर फटने से पौंग बांध का जल स्तर बढने से खटियाड़ पंचायत के तीन गांब पौंग बांध की चपेट मे आ गये है 

जिससे क्षेत्र में हाहा कार मच गया है । पौंग बांध जल क्रीड़ा के प्रांगण में रेस्क्यू के लिए टेंट की ब्याबस्था की जिसमे सभी विभागों की ओर से बचाव कार्य के लिए पंहुचे ।जैसे हो क्षेत्र में आपदा की खबर पहुची आपदा मित्र मोके पर राहत कार्यो में जुट गए। सायरन बाली गाड़ियां , विभागों की गाड़ियां व स्वाथ्य बिभाग की एबुलेंस भी मौके पर पहुँचे।

जिला के साथ साथ फतेहपुर प्रशासन व एनडीआरएफ टीम (नूरपुर) के सौजन्य से आज बीरवार को पौंग डैम पर मॉक ड्रिल हुई। संबंधित टीम द्वारा बाढ़ से बचाव बारे जिन उपकरणों व अन्य सामनों का प्रयोग किया गया, उसको भी यहां प्रदर्शित किया गया।पौंग बांध के मॉक ड्रिल की विभिन्न गतिविधियां करवाई गई। एसडीएम फतेहपुर भारती ने ड्रिल का अवलोकन किया। एसडीएम ने बताया कि जब भी कोई आपदा या बाढ़ जैसी कोई स्थिति उत्पन्न होती है। उस समय एनडीआरएफ की टीम और जिला व स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्य किया जाता है। मॉक ड्रिल में अग्निशमन विभाग, जल शक्त विभाग फतेहपुर, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, रेडक्रास,वीडब्ल्यू डी विभाग, एसवाईएल के साथ-साथ अन्य विभागों के जो भी कार्य हैं, उसे भी यहां पर दिखाने का काम किया गया। 

मॉक ड्रिल के माध्यम से अठाईस लोगों को बचाने का प्रदर्शन किया

माक ड्रिल के दौरान अनाउंसमेंट कर बताया गया कि पौंग बांध का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी के तेज बहाव से खटियाड़ पंचायत के पौंग बांध के साथ लगते अठाईस लोगो और उनके तीन मवेशी बह गए हैं। जब की एक व्यक्ति की मौत हो गयी है ।

आपदा मित्रॊ के स्वंयसेबको के अठाईस लोगों को बचाया। इसके बाद उन्हें किनारे लाया गया, जहां पहले से सतर्क आपदा मित्र के स्वंयसेवियों की टीम ने घायल लोगों को बेहोशी की हालत में स्ट्रेचर पर लिया और कुछ ही दूरी पर बाढ़ चिकित्सा शिविर में ले गए, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। जब की सात लोगो की स्थिति को गम्भीर देखते हुए साथ लगते अस्पतालों को रैफर किया गया ।इस प्रदर्शन को देखने के लिए बांध के किनारे काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी रही।

जल शक्ति विभाग फतेहपुर ने टैंक के माध्यम से अस्थाई नल लगा कर दी पानी की सप्लाई।

सुनामी व बाढ़ आने से पीने का पानी की सप्लाई बाधित हो चुकी थी ,फिर आपात कालिन स्थिति मे जल शक्ति विभाग फतेहपुर के अधिशाषी अभियंता विपिन लुणा ,सहायक अभियंता विनय डोगरा व कनिष्ठ अभियन्ता पंकज शर्मा ने मोर्चा सम्भालते हुए हुए वाधित हो चुकी पानी की सप्लाई को पानी के टैंक से नल लगा कर अस्थाई तोर पर पानी की सप्लाई बहाल की और खुद मोर्चा सम्भाले रखा । 

स्टेट सीआईटी भी अपातकालिन स्थिति मे रही एक्टीब ,टयुटी के साथ साथ निभाई इंसानित।

स्टेट सीआईडी से मोहन सिंह पठानियां भी इस आपताकालिन स्थिति मे अपनी पुरी भूमिका निभाते हुए नजर आए जंहा पल पल की जानकारी वो अपने आलाधिकारी को देते हुए नजर आए व बही ऎसे हालात मे उन्होंने इंसानित दिखाते हुए घायलो को सम्भालते का भी कार्य किया ।

संसाधनों के साथ साथ , बेहतर आपसी समन्वय की रही कमी दो घंटे देरी से पंहुची ndrf टीम

 संसाधनों की कमी के साथ साथ क्षेत्र में किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए स्पष्ट कार्ययोजना की कमी दिखी । इसी के साथ आपसी समन्वय की भी कमी रही । वही ndrf की टीम दो घण्टे देरी से पंहुची प्रशासन ने माॅक ड्रिंल की शुरुबात दो घण्टे पहले ही कर दी थी । अपातकालिन स्थिति मे दो घण्टे तक एनडीआर ऎफ टीम का इंतजार करना पड़ा आखिर दो घण्टे बाद ndrf की टीम पंहुची । उसके बाद दस अन्य लोगो को बाहर निकाला गया

माॅक ड्रिंल मे स्थानीय लोगों-आपदा मित्रों का मिला सहयोग

माॅक ड्रिंल मे स्थानीय लोगों-आपदा मित्रों का प्रशासन को पुरा सहयोग मिलता हुआ दिखा ।

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