एशिया का माडल विलेज बनाने वाली टीम सिखा रही मेहमान नवाजी - Smachar

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एशिया का माडल विलेज बनाने वाली टीम सिखा रही मेहमान नवाजी

एशिया का माडल विलेज बनाने वाली टीम सिखा रही मेहमान नवाजी

विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग ने वेस्ट बंगाल के जिला कलिंपोंग की ग्राम पंचायत पबरिंगटर के चुइखिम गांव को माडल गांव बनाने में निभाई अहम भूमिका


( चंबा जितेन्द्र खन्ना )

जिला चंबा के लोगों को जिम्मेदार पर्यटन की बारीकियां सिखाने के लिए एक्ट संस्था के विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग वेस्ट बंगाल के जिला कलिंपोंग की ग्राम पंचायत पबरिंगटर के चुइखिम गांव को माडल गांव बनाने में निभाई अहम भूमिका निभा चुके हैं। इनके कुशल नेतृत्व में चंबा के चमीनू गांव में लोगों ने मेहमान नवाजी व स्वच्छता के महत्व की बारीकियों को समझा। शुक्रवार को इनकी देखरेख में लोगों ने प्लास्टिक बोतलों सहित व खाली पैकेट को एकत्रित किया। इन्हें एकत्रित करने के बाद प्लास्टिक के खाली पैकेटों को बोतलों में भरा गया। लोगों को प्लास्टिक का सही इस्तेमाल करना बताया गया। साथ ही इसे न जलाने की अपील की गई। विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग ने कहा कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए घातक है। इसलिए लोग इसे न तो खुले में फैंकें और न ही जलाएं। दोनों ही सूरत में पर्यावरण को भारी नुकसान होता है। इनका सही इस्तेमाल करने के लिए प्लास्टिक की खाली बोतलों सहित खाने के खाली प्लास्टिक पैकेटों को एकत्रित करे। एकत्रित करने के बाद इन्हें प्लास्टिक की बोतल में भर दें। एक बोतल में करीब 140 खाली पैकेट आसानी से आ जाते हैं। खाली प्लास्टिक पैकेटों को इनमें भरने के बाद इनसे कई तरह के डिजाइन बनाए जा सकते हैं, जिनका इस्तेमाल सजावट सहित अन्य कार्यों में किया जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मेहमान नवाजी का गुर सभी लोगों को आना जरूरी होता है। सभी लोग पर्यटकों की अच्छे से मेहमान नवाजी करते हैं तो इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे, जिससे पर्यटन तेजी के साथ बढ़ेगा।

वर्तमान समय में भारत संस्टेनेबिलिटी संकल्प अभियान के तहत जिम्मेदार पर्यटन को लेकर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला नाट आन मैप संस्था व एसोसिएशन फार द कंजरवेशन एंड टूरिज्म(एक्ट) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। इसमें एक्ट संस्था के सदस्य लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं। एक्ट की स्थापना टूरिज्म गांधी आफ इंडिया के नाम से विख्यात राज बासु की ओर से की गई है। तीसा के सामुदायिक आधारित गांव गुवाड़ी, मिस्टिक विलेज खजियार, चमीणू तथा सलूणी से आए लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हितधारकों को बताया गया कि हमें पर्यटन के जरिये व्यक्तिगत विकास से सामुदायिक विकास की ओर आगे बढ़ना है। जिला चंबा में लोक संस्कृति, यहां का रहन-सहन, खान-पान, पारंपरिक व्यंजन, कला, संगीत सहित अन्य सभी धरोहरों के बारे में पर्यटकों को जानकारी देना है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां का रुख करें। चंबा जिला को जिम्मेदार पर्यटन के माध्यम से आगे बढ़ाने का सभी एक साथ प्रयास करेंगे।

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