01 अगस्त को मिला सुपर मून देखने का नजारा,आइए जानें इसके विषय में
01 अगस्त को मिला सुपर मून देखने का नजारा,आइए जानें इसके विषय में
सुपरमून तब होता है जब पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होता है, जिससे यह सबसे दूर की तुलना में 14% बड़ा और 30% अधिक चमकीला दिखाई देता है। लोगों को पहली बार एक अगस्त यानी मंगलवार की शाम, फुल मून देखने को मिलेगा, जब यह पृथ्वी से मात्र 357,530 किमी दूर होगा।
अगस्त के महीने में आपको एक नहीं बल्कि दो बार सुपरमून देखने का मौका मिल रहा है। सुपरमून तब होता है जब पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होता है, जिससे यह सबसे दूर की तुलना में 14% बड़ा और 30% अधिक चमकीला दिखाई देता है।पहली बार एक अगस्त यानी मंगलवार की शाम, फुल मून देखने को मिलेगा, जब यह पृथ्वी से मात्र 357,530 किमी दूर होगा। वहीं, बुधवार 30 अगस्त की रात को यह और नजदीक आ जाएगा यानी सिर्फ 357,344 किमी ही दूर होगा। आज 01 अगस्त 2023 को आप आसमान में अन्य दिनों में की तुलना में अधिक बड़ा और चमकदार चांद देख पाएंगे. क्योंकि आज चांद पृथ्वी के निकटतम बिंदु के करीब होता है. इसे स्टर्जन मून का नाम दिया गया है । एक ही महीने में जब दो बार सुपरमून नजर आते हैं, तो इसे ब्लू मून के नाम से जाना जाता है।यह एक चंद्र चक्र के पूरा होने का प्रतीक होता है।फुल मून महीने में एक बार दिखाई देता हैसुपर मून एक शब्द है, जिसका उपयोग पूर्णिमा के बारे में बताने के लिए किया जाता है। सुपर मून में चांद, रात के समय सामान्य से अधिक बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। इसे एक तरह का ऑप्टिकल इल्यूज़न भी कहा जा सकता है। इस दौरान फुल मून पृथ्वी के बेहद नजदीक पहुंच जाता है और 14% बड़ा और 30% चमकदार दिखने लगता है। स्टर्जन मून अगस्त में दिखने वाले फुल मून का कहा जाता है। यह नाम नेटिव अमेरिकी लोगों का दिया हुआ है।
ऐसा इसलिए क्योंकि हर साल अगस्त के महीने में लेक में स्टर्जन मछली की प्रचुर मात्रा पाई जाती थी। विभिन्न संस्कृतियों में हर पूर्णिमा को एक अलग नाम दिया गया है, जो अक्सर उस दौरान देखे गए मौसमी परिवर्तनों, कृषि गतिविधियों या प्राकृतिक घटनाओं से जुड़े होते हैं।
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