निर्माण कार्य में भूकंप के मानक मानक जरूरी: डी.सी
निर्माण कार्य में भूकंप के मानक मानक जरूरी: डी.सी
आपदा को प्रबंधन लेकर अधिकारियों के लिए कार्यशाला का उद्घाटन किया गया
धर्मशाला लोहिया हेमराज बैरवा ने कहा है कि लोहिया जिला भूकंप क्षेत्र में स्थित है। यहां के निर्माण में भूकंप के मानक मानक को शामिल किया जाना अत्यंत आवश्यक है।
शुक्रवार को चेलियों में आपदा प्रबंधन के तहत लोक निर्माण विभाग और दूरसंचार विभाग के अधिकारियों ने कार्यशाला में प्रशिक्षण प्रशिक्षण का आयोजन किया, जिसमें सहायक मैनातिथी के सहायक हेमराज बैरवा ने कहा कि आपदा की दृष्टि से सुरक्षित निर्माण कार्य करना एक आवश्यक प्रक्रिया है, जिससे लोगों की जान बचाई जा सके और आर्थिक क्षति को कम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि भूकंपीय क्षेत्र में निर्माण में लगने वाला समय, भूकंप को मानक मानक के अनुरूप बनाने पर विशेष बल दिया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण प्रक्रिया में आपदाओं पर ध्यान दें और सुरक्षित निर्माण के उपयोग के लिए आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से इस तरह की कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि आपदा से सुरक्षित निर्माण कार्यों पर बल देने का मतलब है कि निर्माण कार्य समय पर होने वाली प्राकृतिक आपदाओं (जैसे भूकंप, बाढ़, तूफान) से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए विशेष ध्यान दें। इसमें निर्माण सामग्री का चयन, डिजाइन और निर्माण प्रक्रिया में आपदाओं पर ध्यान में बदलाव शामिल है। भूकंप और तूफ़ान से बचाव के लिए मजबूत और लचीली सामग्री का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि जीवमंडल जिले में विभिन्न चरणों में मिस्त्रियों को भी सुरक्षित भवन निर्माण का प्रशिक्षण लेकर दिया जा रहा है, इसके साथ ही आपदा प्रबंधन को लेकर नियमित तौर पर पूर्व अभ्यास कराया जा रहा है। दार्शनिक हेमराज बैरवा ने कहा कि मौसम, मछली पकड़ने की पूर्व जानकारी के लिए भी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि लोगों को पहले ही सतर्क किया जा सके ताकि आपदा से कम नुक्सान हो सके।
इससे पहले आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समन्वयक राबिन ने मैनातिथि का स्वागत करते हुए कार्यशाला के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर मंडी के विशेषज्ञों ने अधिकारियों को पेंसिल तैयार करने के विस्तार से प्रशिक्षण दिया।
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