इमारातों की अर्थव्यवस्था के लिए भूंकप से बचाव आवश्यक : डी.सी - Smachar

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इमारातों की अर्थव्यवस्था के लिए भूंकप से बचाव आवश्यक : डी.सी

 इमारातों की अर्थव्यवस्था के लिए भूंकप से बचाव आवश्यक : डी.सी

बोले, शुरुआती चरण में मैकेनिक और स्कूल पर रहेंगे फॉक्स


राज्य सरकार आपदा प्रबंधन को लेकर उच्च स्तर पर कर रही कार्य: राणा

फार्मास्युटिकल में राज्य-वैयक्तिक रासायनिक फिटिंग का प्लांट का प्लांट

धर्मशाला आलोचक हेमराज बैरवा ने कहा कि भूकंप से नक्सन को कम करने के लिए इमरातों की सैटेलाइटफिटिंग जरूरी है और इसी दिशा में प्रारंभिक तौर पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से प्रयोगशाला और प्रयोगशाला की स्थापना का प्रयास शुरू किया गया है।

रविवार को धौलाधार होटल में हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से सिविल तकनीशियनों के लिए दो दिव्य राज्य राजकीय छात्रावासों के उद्घाटन के बाद हेम बैरवा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भूकंप के दर्शन से पता चलता है, इसलिए यहां के आश्रम और उद्योगों को उद्यमिता की आवश्यकता है। यह तकनीक भूकंप से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करती है। भूकंप रसायन फिटिंग से इमारतों में रहने वाले लोगों की जानमाल की सुरक्षा होती है। रिवायत जिले में अभी तक 10 इमरातों की पाइपलाइन के लिए राज्य आपदा प्रबंधन ने पैसे जारी किए हैं। इन 10 इमरातों में अस्पताल और स्कूल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के लिए 30 इमरातों का चयन किया गया है।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक डी.सी. राणा ने कहा कि राज्य सरकार भी आपदा प्रबंधन को उच्च स्तर पर लेकर काम कर रही है, इस बावत आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ताकि हिमाचल में होने वाले भूकंप जैसी आपदा से पहले परमाणु हथियारों को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत के सबसे अधिक भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में सुरक्षा को बढ़ाने की महत्वपूर्ण आवश्यकता को पहचानते हुए, हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए) पूरे राज्य में सुरक्षित निर्माण सुविधाओं को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है। आपदा में जोखिम को कम करने के लिए सक्रिय कदम उठाना आवश्यक है। इसी के दृष्टिगत एचपीएसडी एमए, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद - केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान के सहयोग से, एक राज्य के शैक्षणिक संस्थान के लिए एक राज्य के शैक्षणिक संस्थान के उद्यमों के लिए, एक राज्य की योग्यता के निर्माण और प्रशिक्षण के लिए प्रयोगशाला का आयोजन किया जा रहा है, ताकि विभिन्न संस्थानों के इंजीनियरों के बारे में जानकारी ले सके। इस अवसर पर आर्टिलरी शिल्पी बेक्टा ने वर्कशॉप में मैनातिथी सहित सभी दफ़्तरों का सामान भी शामिल किया। इस अवसर पर सेंट्रल भवन रिसर्च इंस्टीट्यूट से एसके नेगी, डा अजय चौरासिया, ई मुजाहिदीन प्रजापति, ई कपूर आशीष, ई जैज पराशर सहित राज्य भर से विभिन्न संस्थाओं के इंजीनियर उपस्थित थे।

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