देशभर में ‘मानव एकता दिवस’ श्रद्धा और सेवा की भावना के साथ मनाया गया। - Smachar

Header Ads

Breaking News

देशभर में ‘मानव एकता दिवस’ श्रद्धा और सेवा की भावना के साथ मनाया गया।

  आज 24 अप्रैल को देशभर में ‘मानव एकता दिवस’ श्रद्धा और सेवा की भावना के साथ मनाया गया।


यह दिन संत निरंकारी मिशन द्वारा हर वर्ष बाबा गुरबचन सिंह जी की पुण्य स्मृति में मानवता, एकता और निष्काम सेवा के संकल्प के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर देशभर के साथ साथ राजधानी शिमला में बेमलोई स्थित निरंकारी सत्संग भवन में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।  

शिमला स्थित निरंकारी भवन में आयोजित रक्तदान शिविर में 130 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। इस शिविर का उद्घाटन कर्नल एचएस गुलेरिया ने किया, जबकि ज़ोनल इंचार्ज कैप्टन निमृत प्रीत सिंह भुल्लर विशेष रूप से मौजूद रहे।

आईजीएमसी, डीडीयू और KNH अस्पताल की टीमों ने रक्त संग्रहण का कार्य संभाला। साथ ही सोटो हिमाचल प्रदेश द्वारा अंगदान जागरूकता अभियान भी चलाया गया, जिसमें 12 स्वयंसेवकों ने अंगदान की शपथ ली।

"मानव एकता दिवस पर जो ये सेवा अभियान चलाए जाते हैं, ये केवल रक्तदान नहीं बल्कि मानवता के प्रति हमारे समर्पण का प्रतीक हैं।"

वहीं शिविर में पहली बार रक्तदान करने वाले युवाओं में खूब जोश देखा गया। 

बिलकुल, आइए इसे थोड़ा और प्राकृतिक और भावनात्मक अंदाज़ में लिखते हैं:

रक्तदान शिविर में एनसीसी कैडेट्स ने पहली बार किया रक्तदान, युवाओं को दिया प्रेरणादायक संदेश

आज आयोजित रक्तदान शिविर में एनसीसी कैडेट्स आन्या और जशनप्रीत ने पहली बार रक्तदान कर एक सराहनीय पहल की। दोनों ने न सिर्फ मानवता की सेवा में अपना योगदान दिया, बल्कि समाज के युवाओं के लिए भी एक प्रेरणास्पद उदाहरण पेश किया।

अपने पहले अनुभव को साझा करते हुए कैडेट आन्या ने कहा, "रक्तदान करना एक अनोखा अनुभव है। यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि हमारे कुछ मिनट किसी की ज़िंदगी बचा सकते हैं।"

कैडेट जशनप्रीत ने भी अपने विचार 0साझा करते हुए कहा, "हम सभी को आगे आकर इस नेक कार्य में भाग लेना चाहिए। युवाओं को यह समझना ज़रूरी है कि रक्तदान न सिर्फ ज़रूरतमंद की मदद करता है, बल्कि हमारे अंदर एक ज़िम्मेदार नागरिक की भावना भी जाग्रत करता है।"

रक्तदान शिविर में युवाओं की भागीदारी को देखकर आयोजकों ने भी खुशी जताई और सभी को नियमित रक्तदान के लिए प्रोत्साहित किया।

कोई टिप्पणी नहीं