स्कूली बच्चों को शोषण व शारीरिक दंड बारे जागरूक करने हेतु चलाया विशेष अभियान - Smachar

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स्कूली बच्चों को शोषण व शारीरिक दंड बारे जागरूक करने हेतु चलाया विशेष अभियान

स्कूली बच्चों को शोषण व शारीरिक दंड बारे जागरूक करने हेतु चलाया विशेष अभियान


चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 को हर विद्यालय व बाल-बलिका गृह में प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित करना है अनिवार्य


जिला काँगड़ा के सभी स्कूलों में बच्चों को शोषण व शारीरिक दंड बारे जागरूक करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया है।

यह जानकारी चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक काँगड़ा मनमोहन चौधरी ने दी, आज जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सनराइज पब्लिक स्कूल धलूं धर्मशाला मे किया गया जिसमें बाल श्रम, बाल यौन उत्पीडन, कार्पोरेल पनिश्मेंट (शारिरिक दंड), चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 की कार्यप्रणाली व बाल दुर्व्यबहार जैसे मामलों पर जानकारी दी गई। समन्वयक मनमोहन चौधरी ने बताया कि  

चाईल्ड हेल्प लाइन 1098 पर बाल श्रम, बाल यौन उत्पीडन, कार्पोरेल पनिश्मेंट (शारिरिक दंड) व दुर्व्यबहार जैसे मामले आ रहे हैं जोकि सीधे तौर पर बच्चों की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं व बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि शारीरिक दंड बच्चों के खिलाफ हिंसा का एक व्यापक रूप है।

उन्होंने कहा कि निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम 2009, धारा 17(1) के तहत शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न प्रतिबंधित है और धारा 17(2) के तहत एक दंडनीय अपराध है। किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम की धारा 23 के अनुसार कोई भी व्यक्ति, जो एक किशोर का संरक्षक है, बालक का अनावश्यक मानसिक या शारीरिक उत्पीड़न करता है या उसकी उपेक्षा करता है, तो उसे कारावास व जुर्माना हो सकता है। साथ ही किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 बच्चों के साथ क्रूरता के लिए सजा निर्धारित करती है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR), के दिशानिर्देशों अनुसार प्रत्येक स्कूल में शारीरिक दंड निगरानी प्रकोष्ठ का गठन करना अनिवार्य है जो स्कूल में शारीरिक दंड की शिकायतों की जांच करता है।


मनमोहन चौधरी ने बताया कि विशेष जागरूकता अभियान को चलाने से जहाँ बच्चों में आत्मसम्मान के साथ जीने की भावना विकसित की जा सकेगी और वह सुरक्षित महसूस कर तनाव मुक्त जीवन जी सकेंगे।साथ ही यह भी बताया कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 को हर विद्यालय व बाल गृह में प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित करना अनिवार्य है।

चाइल्ड हेल्पलाइन के काउन्सलर बलदेव सिंह ने बच्चों को शिक्षा एवं अनुशासन का महत्त्व समझाया ब नशे से दूर रहने की सलाह दी । इस जागरूकता कार्यक्रम मे लगभग 120 बच्चों ब अध्यापकों सहित विद्यालय के प्रधानाचार्य डी. सी. कौशल ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया ।

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