वजीर राम सिंह राजकीय महाविद्यालय देहरी, फतेहपुर में साहित्यिक-सांस्कृतिक सृजन प्रयोगशाला का हुआ आयोजन - Smachar

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वजीर राम सिंह राजकीय महाविद्यालय देहरी, फतेहपुर में साहित्यिक-सांस्कृतिक सृजन प्रयोगशाला का हुआ आयोजन

 वजीर राम सिंह राजकीय महाविद्यालय देहरी, फतेहपुर में साहित्यिक-सांस्कृतिक सृजन प्रयोगशाला का आयोजन हुआ


फतेहपुर: बलजीत ठाकुर / इस आयोजन का मुख्य संचालन कांगड़ा कला संगम के सचिव पंकज ‘दर्शी’ द्वारा किया गया जिस्मे कांगड़ा कला संगम के प्रतिष्ठित साहित्यकारों और कलाकारों ने भाग लिया I कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एसडीएम फतेहपुर से श्री विश्रुत भरती रहे I कार्यक्रम का प्रबंधन महाविद्यालय के तत्वाधान में प्रधानाचार डॉ कामाक्षी तथा उनके स्टाफ द्वारा किया किया I आयोजन की शुरुआत द्वीप प्रज्वलन तथा सरस्वती वंदना से हुई I लोक गीत में महाविद्यालय की छात्रा मीनाक्षी ने चम्बिअली गीत ‘घुड़क चमक काले मेघा’ से सभी को बशीभूत किया I विशेष अतिथि गण में श्री शंकर सन्याल, अध्यक्ष कांगड़ा कला संगम, डॉ कामाक्षी, प्रधानाचार्य वजीर राम सिंह राजकीय महाविद्यालय देहरी, श्रीमती नीरू ठाकुर, प्रधानाचार्य, राजकीय महाविद्यालय जवाली से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते रहे I सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक नृत्य छात्रों द्वारा अक्षिता कुमारी, शबनम द्वारा सांस्कृतिक गद्दी भेश्भूषा में प्रस्तुत किया गया I 

लोक-गायक और मखमली आवाज के धनि श्री किशोर धीमान, रेडियो गायक द्वारा बहुत सुन्दर सवा-रचित और गीत्बध गीत प्रस्तुत किये गए जिसमें ‘मैं रालिये मेले जाना ‘ बहुत सराहना बटौर पाया I 

कार्यक्रम के दौरान प्रधानाचार्य डॉ. कामाक्षी तथा सहयोगी स्टाफ द्वारा उपमण्डलदण्डाधिकारी, फतेहपुर श्री विश्रुत भारती को ‘स्मृति चिन्ह’ भेंट किया गया I कांगड़ा कला संगम अध्यक्ष शंकर सान्याल, महासचिव द्वारा उपमण्डलदण्डाधिकारी, फतेहपुर श्री विश्रुत भारती को साहित्यिक कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘सृजन –सेवा सम्मान’ भेंट किया गया I पत्र-परिचर्चा में लेखन - पाठन सृजन प्रयोगशाला मुहिम पत्र श्री पंकज ' दर्शी ' (दार्शनिक साहित्यकार) द्वारा पढ़ा गया I साहित्य-सृजन सम्बन्धी पत्र श्रीमती नीरू ठाकुर (साहित्यकार, प्रधानाचार्य, राजकीय महाविद्यालय जवाली) द्वारा श्रोतागण से साझा किया गया I करीना छात्र (स्नातक द्वितीय) ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ एक स्व-रचित बौद्धिक-निबंध, भाषा-अंग्रेजी में सुनाया I इसके उपरान्त ‘हिंदी रचना तरन्नुम में’ प्रतिभा शर्मा (साहित्यकार) ने अपनी कविता ‘उपमा’ को गाकर सुनाया, रचना पाठ में रामधारी सिंह दिनकर की कविता पेश की गईं I श्वेता शर्मा (स्नातक तृतीय) ‘आग की भीख’ तथा जागृति शर्मा (स्नातक तृतीय) द्वारा ‘रश्मिरथ’ प्रस्तुत की गईं I राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला की अतिथि छात्रा साक्षी द्वारा स्व-रचित कविता पाठ किया गया I 

पहाड़ी रचना में भाव सम्पन्न रचना ‘मेरे पहाड़ा दे’ श्री शंकर सन्याल द्वारा, व्यंग्य रचना श्री शिवराज सन्याल “आ मैं सुट्टा तिज्जो रंग’ ने सभी श्रोतागण की बहुत वाहवाही बटोरी I बौद्धिक रचना में श्री नवीन चन्द्र शर्मा ' विस्मित ' ने रचना के उदाहरण पेश किए I ग़ज़ल तथा शायरी ने भी छात्रों को बहुत मंत्रमुघ्ध किया इसमें शेयर कलाम श्री नरेश ' निसार ' द्वारा ग़ज़ल –गायकी श्री रशपाल गुलरिया द्वारा पेश की गई I अंग्रेजी रचना में ‘द बूज्म काम्पैनिन’ अंग्रेजी कविता को उदहारण सहित साहित्यकार श्री पंकज ‘दर्शी’ द्वारा पेश किया गया जिसको श्रोतागण ने अंग्रेजी गज़ल का उपनाम दिया I प्रोत्साहन तथा सम्मान चिन्ह चिन्ह भेंट में एसडीएम श्री विश्रुत भारती सहयोगी डॉ. कामाक्षी द्वारा सभी छात्र प्रतिभागियों को प्रोत्साहन चिन्ह तथा सभी साहित्यकारों और कलाकारों को सम्मान चिन्ह भेंट किये गए I कार्यक्रम के लिए दो शब्द में एसडीएम, श्री विश्रुत भारती ने भी साहित्य प्रोयोग्शाला का समर्थन किया और श्री दर्शी की पहल की खुले शब्दों में सराहना की इसके साथ ही उन्होंने अपनी रचना सभागार में उपस्थित सभी श्रोतागण के साथ साझा की और वाहवाही के पत्र बने I धन्यवाद के शब्द-उदगार में डॉ कामाक्षी, प्रधानाचार्य ने कांगड़ा कला संगम के सभी साहित्यकारों और कलाकारों के साथ साथ एसडीएम श्री विश्रुत भरती का और छात्रों तथा अध्यापक गण का धन्यवाद प्रकट किया तथा साहित्यिक कार्यक्रम से प्रेरित प्रधानाचार्य ने भी बीस वर्ष पहले लिखी अपनी रचना को पहली बार मंच पर साझा किया और ऐसे मंच दिलाने के लिए उन्होंने सचिव श्री दर्शी को शुभकामनाएं प्रकट कीं I कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ नेहा मिश्रा, प्रतिभा शर्मा द्वारा किया गया I अंग्रेजी प्रवक्ता दीपशिखा, हिंदी प्रवक्ता विपिन शर्मा, हिंदी प्रवक्ता डॉ नेहा मिश्रा, संगीत प्रवक्ता राजेश गर्ग और राजनीती शास्त्र प्रवक्ता नीलम को भी एसडीएम ने छात्रों को बेहतर तरीके से तैयार करने के लिए समृति चिन्ह भेंट किए I


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