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हिंदी अ अनपढ़ से शुरू होकर इंसान को ज्ञ ज्ञानी तक पहुंचाती है

 


हिंदी अ अनपढ़ से शुरू इंसान को ज्ञ ज्ञानी तक पहुंच आती है।हम सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है कि हमारी राष्ट्रीय भाषा हिंदी है। विधि छात्र एन.के. राठौर 

ज्वाली:  रतीक्ष कुमार 

विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर विधि छात्र एन.के. राठौर ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है ऐसा हमारे संविधान में लिखित है परंतु आज तक उसको वह दर्जा सिर्फ कागजों में ही है जमीनी स्तर पर हम अंग्रेजी को ज्यादा महत्व देते हैं अगर हम अपनी भाषा पर काम करें तो हम बहुत आगे जा सकते हैं इतिहास गवाह है और वर्तमान साक्ष्य इस बात का कि जिस जिस देश ने अपनी भाषा को सर्वोपरि रखा है वह आज विकसित देश हैं और साथ ही साथ विधि छात्र ने राष्ट्रीय हिंदी दिवस और विश्व हिंदी दिवस के ऊपर अंतर भी स्पष्ट किया और कहा कि हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व में हिंदी भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए जागरूकता फैलाना है। विश्व हिंदी दिवस के मौके पर दुनियाभर में निबंध प्रतियोगिताओं सहित कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।साल 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया था। 1975 से भारत, मॉरीशस, यूनाइटेड किंगडम, त्रिनिदाद और टोबैगो, संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विभिन्न देशों में विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया। विश्व हिंदी दिवस पहली बार 10 जनवरी, 2006 को मनाया गया था ।तब से यह हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।राष्ट्रीय हिन्दी दिवस और विश्व हिंदी दिवस में अंतर

हिन्दी दिवस और विश्व हिंदी दिवस को लेकर बहुत से लोगों में असमंजस होता है। दोनों ही दिवसों का उद्देश्य हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार करना है। राष्ट्रीय हिन्दी दिवस जहां 14 सितंबर को मनाया जाता है वहीं, विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है।भारत की आजादी के बाद भाषा को लेकर बड़ा सवाल था क्योंकि भारत जैसे विविधता से भरे देश में कई प्रकार की भाषाएं और बोलियां बोली जाती हैं। काफी सोच विचार के बाद हिंदी और अंग्रेजी को नए राष्ट्र की भाषा चुना गया।संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को अंग्रेजों के साथ राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से हिंदी को भारत की राजभाषा चुना। पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था।

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