साहित्यिक कार्यक्रम में छात्र तथा साहित्यकार किए सम्मानित - Smachar

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साहित्यिक कार्यक्रम में छात्र तथा साहित्यकार किए सम्मानित

 साहित्यिक कार्यक्रम में छात्र तथा साहित्यकार किए सम्मानित 


ज्वाली : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रिड़ी, भरमाड़, ज्वाली में भाषा अधिकारी अमित गुलेरी द्वारा साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम रखवाया गया था I इस उपलक्ष्य पर कांगड़ा कला संगम फतेहपुर के साहित्यकारों, कवियों, लोकगायकों और कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ-साथ स्थानीय पाठशाला और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला राजा का तालाब तथा कंडवाल के छात्रों ने भी अपनी कलम की प्रस्तुतियों दी I इस कार्यक्रम में एसडीएम ज्वाली  मोहिंदर प्रताप सिंह ने सरस्वती की प्रतिमा के आगे ज्योति जलाकर कार्यक्रम में अपनी भूमिका अदा की और स्थानीय पाठशाला की छात्राओं ने स्वागत-गीत भी अपनी मधुर आवाज प्रस्तुत किया I 

 कार्यक्रम में मंच संचालन साहित्यकार प्रतिभा शर्मा ने किया I कार्यक्रम में कलाकार लवली सिंह ने तबला-एकल की प्रस्तुति से सभागार में का माहौल गर्मा दिया I

प्रस्तुतियों में लोकगायक तथा रेडियो कलाकार किशोर धीमान के

लोकगीतों और पवन सिंह की गज़ल ‘चल बंदेया तेरे शहर बसिए’ ने

बहुत सराहना बटोरी I छात्रों की प्रस्तुतियों में राजकीय वरिष्ठ

माध्यमिक पाठशाला राजा का तालाब की ग्यारवीं की छात्रा रिया

ठाकुर की देश सम्बंधी कविता ने पूरे सभागार को मंत्रमुग्ध कार

दिया I प्रवक्ता तथा साहित्यकार प्रतिभा शर्मा के प्रयासों से

लेखन के प्रति प्रेरित होने वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक

पाठशाला कंडवाल की छात्रा समीना ने भी अपनी स्व-रचित कविता

प्रस्तुत की तथा सराहना की पात्र बनीं I स्थानीय पाठशाला की

छात्राओं ने भी कविता पाठ, लोक नृत्य तथा लोक गीत की

प्रस्तुतियां दीं, इन छात्रों की वोकेशनल ट्रेनर विजेयता ने भी

छात्रों की अच्छी तैयारी के लिए सराहना पाई I साहित्यकारों में

शिवराज की पहाड़ी व्यंग्य-कविता ‘आ मैं सुट्टाँ तिज्जो रंग’ ने

तो समा ही लूट लिया I साहित्यकारों में नीलम शर्मा ने जहां

अपनी कविता प्रस्तुत की वहीँ अपनी रचित काव्य-पुस्तक ‘राजकुमार

सिद्धार्थ’ की 50 प्रतियां सभागार में उपस्थित सभी छात्रों को

भेंट कीं I डॉ इंद्र भरद्वाज, नरेश निसार और यशपाल गुलेरिया के

 शेयर और गजलें श्रोतागणों की वाहवाही की पात्र बनीं I कलाकार

निशा, पूरण चंद की प्रस्तुतियों ने भी श्रोतागणों का बहुत

मनोरंजन किया I भाषा अधिकारी अमित गुलेरी ने मुख्य अतिथि एसडीएम

ज्वाली को कुलवी शाल तथा टोपी पहनाकर उनका समान किया I

कार्यक्रम के दौरान सभा अध्यक्ष श्री शंकर सान्याल, उपाध्यक्ष

नीलम शर्मा, मंच संचालक प्रतिभा शर्मा और डॉ इंद्र भरद्वाज को

भी चम्बियाली टोपी पहनाकर भाषा अधिकारी ने निरंतर और बेहतर

रचनात्मक क्रियायों के लिए उन्हें समानित किया I सम्मान वितरण

के उपलक्ष पर प्रदेश के प्रसिद्द साहित्यकार पंकज दर्शी की

समाज-निर्माण भूमिका, शिक्षा –सम्बंधी क्रियायों और साहित्यिक

आयोजन की सफल गतिविधयों के लिए उन्हें चम्बियाली टोपी पहनाकर

सम्मानित किया गया इसी उपलक्ष पर एसडीएम मोहिंदर प्रताप सिंह

ने साहित्यकार दर्शी को ‘प्रिय दर्शी’ संबोधित करके उनकी

समाजहित, शिक्षा-सम्बंधी और साहित्यिक गतिविधियों की सराहना करते

हुए छात्रों को भी साहित्यिक गतिविधियों में भाग लेने की

प्रेरणा दी I स्थानीय पाठशाला के प्रधानाचार्य   प्यारचंद

कपूर ने अपने सहयोगी अध्यापकगण के साथ एसडीएम को स्मृति चिन्ह

भेंट किया I भाषा अधिकारी  अमित गुलेरी ने साहित्यिक और

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए छात्रों को भी सम्मान चिन्ह

भेंट किए I स्थानीय पाठशाला ने मेजबानी करते हुए चाय-पान तथा

प्रीति भोज की व्यवस्था करके अतिथि देवो भव का बेहतरीन उदाहरण

पेश किया जिसमें पाठशाला के अध्यापकगण ख़ुशी से जिम्मेवारी

निभाते दिखे I अपने भाषण में अध्यक्ष  सान्याल ने छात्रों

को लेखन के प्रति प्रेरित किया I धन्यवाद के शब्दों को

अभिव्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य कपूर ने सभी का धन्यवाद प्रकट

करने के साथ-साथ छात्रों को लेखन और सृजन का जीवंत उदाहरण

पाने के लिए शुभकामनाएं दीं और भाषा अधिकारी श्री अमित गुलेरी,

 साहित्यकार पंकज दर्शी तथा अन्य साहित्यकार बंधुओं को पुनः इस

प्रकार की साहित्यिक गतिविधियों को पाठशाला में करने का न्योता

दिया I

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