अब पैक्ड फूड पर कैलोरीज लिखना होगा जरूरी FSSAI का देर से उठाया गया कदम अर्चिता महाजन
अब पैक्ड फूड पर कैलोरीज लिखना होगा जरूरी FSSAI का देर से उठाया गया कदम अर्चिता महाजन
लगभग आधा देश डायबिटीज कोलेस्ट्रॉल और मोटापे का शिकार होने के बाद उठाया गया फैसला
पैकेट फूड कोक पेप्सी पर सिगरेट के पैकेट जैसी चेतावनी जरूर होनी चाहिए
बटाला (अविनाश शर्मा, संजीव नैयर) अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन और चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और ट्रेंड योगा टीचर और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि जैसा कि मैं पहले भी अपने कई लेखों से सरकार और समाज को आगाह किया था की पैकेट फूड कोक पेप्सी पर सिगरेट के पैकेट जैसी चेतावनी जरूर होनी चाहिए। अब जिस दिन यह फैसला लागू होगा उसी दिन कोक पेप्सी और पैक्ड फूड वालों का बैंड बजने वाला है। मेरा कहा झूठ मानने वाले लोगों की आंखें फटी रह जाएगी जब उन्हें पता चलेगा की 300 ml पेप्सी कोक में वह कितनी कैलोरीज ले रहे हैं और उसमें शुगर की मात्रा कितनी है। सिर्फ चीनी नहीं पैक्ड फूड में जितना नमक हमें खिला दिया जाता है वह भी जरूरत से कहीं ज्यादा होता है जो हमारी किडनी को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचता है और कब हमारा बीपी बढ़ा देता है पता ही नहीं चलताWHO की गाइडलाइंस के मुताबिक कितनी कितनी शुगर और नमक की मात्रा हम पूरे दिन में ले सकते हैं उसे कई गुना ज्यादा यह पेप्सी कोक और पैक्ड फूड वाले हमें भ्रामक विज्ञापन देकर पूरे देश को डायबिटीज कोलेस्ट्रॉल और मोटापा जैसी कई बीमारियों की तरफ धकेल दिया। जिनको रामदेव के विज्ञापन भ्रामक लगते हैं उनको ठंडा मतलब कोका-कोला भ्रामक क्यों नहीं लगता डर के आगे जीत है भ्रामक क्यों नहीं लगता। कोल्ड ड्रिंक पीकर खाई में छलांग लगाई जा सकती है भ्रामक नहीं है। फेयर & लवली रंग गोरा करती है भ्रामक नहीं है। विदेशी कंपनियों को इतनी छूट क्यों । कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए यदि रामदेव गलत है तो सालों से झूठ बोल रही है यह विदेशी कंपनियां सही कैसे हो गई। कहीं हम एक बार फिर इन विदेशी कंपनियों के गुलाम तो नहीं बनने जा रहे हैं।
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