गोपालपुर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने जानीं सरकारी योजनाएं ,खेती-बाड़ी से महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर - Smachar

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गोपालपुर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने जानीं सरकारी योजनाएं ,खेती-बाड़ी से महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर

गोपालपुर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने जानीं सरकारी योजनाएं ,खेती-बाड़ी से महिलाएं  बनेंगी आत्मनिर्भर 

सरकाघाट : विकास खण्ड अधिकारी गोपालपुर विवेक पॉल की अध्यक्षता में शुक्रवार को सरकाघाट के बचत भवन में कृषक उत्पादक संगठन पर एक शिविर का आयोजन किया गया जिसमें  गोपालपुर विकास खंड  की विभिन्न पंचायतों से स्वयं सहायता समूह, कृषि सखी, पशु सखी, बैंक सखियों सहित अन्य महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। शिविर के दौरान खंड विकास अधिकारी ने कहा कि किसानों के लिए उनकी उपज के सही दाम पाने और आय बढ़ाने में कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) से जुड़ना बड़े मुनाफे का सौदा है। इस योजना में कृषक उत्पादक संगठनों के लिए वित्तीय सहायता का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनका सामाजिक व आर्थिक उत्थान करना है तथा सरकाघाट के सभी किसानों से कृषक उत्पादक संगठन बनाने व उनसे जुड़ने का आग्रह किया है। विवेक पॉल ने कहा कि सरकाघाट में कृषि के क्षेत्र में काम की अपार संभावनाएं हैं। कृषक सब्जियाँ, मोटे आनाज, आलू व हल्दी का उत्पादन कर सकता हैं। किसान अपने क्षेत्र में पहले से बने छोटे समूहों को संगठित कर या नया कृषक उत्पादक संगठन बना सकते हैं और वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

महिला किसान उत्पादक संगठन का गठन

शिविर में महिला किसान उत्पादकों द्वारा सरकाघाट फार्म प्रोड्यूसर कंपनी का गठन भी किया गया। मिशन के अंतर्गत गोपालपुर में ब्लाक स्तर पर सरकाघाट फार्म प्रोड्यूसर कंपनी के नाम से उत्पादक संगठन का गठन कंपनी अधिनियम के अंतर्गत किया गया है। जिसमें कृषि संबंधी उत्पाद तैयार किए जाएंगे। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को संगठन में 2000 रूपये कि राशि देकर कंपनी का अंशधारी भी बनाया गया। यह पुरी तरह से स्वयं सहायता समूहों कि महिला द्वारा ही संचालित होगा।

कृषक उत्पादक संगठन मुहैया करवाएगा बीज व खाद, उचित दाम पर खरीदेगा उत्पाद

इस मौके पर मिशन एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कुशाल और सोशल मॉबिलाईजर पीयूष ने बताया कि कृषक उत्पादक संगठन कंपनी के अंतर्गत खेती करने वाले स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से संगठन उचित दामों पर उत्पाद खरीदेगा जिससे महिलाओं को अपने उत्पादों की बिक्री की दिक्कत से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सभी महिला किसानों को कृषक उत्पादक संगठन की ओर से उन्नत किस्म के बीज भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।

क्या है एफपीओ

इस मौके पर मिशन एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कुशाल ने बताया कि एफपीओ यानी किसान उत्पादक संगठन किसानों का एक समूह होगा, जो खेतीबाड़ी में लगा हो और इससे जुड़ी कारोबारी गतिविधियां चलाता हो। उन्होंने बताया कि पहले भी स्वयं सहायता समूहों, किसान क्लबों इत्यादि का गठन किया जाता रहा है तथा उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत वित्तीय सहायता प्रदान भी की जा रही है। इनमें वे समूह जो एक जैसा कार्य कर रहे हैं तथा एक तरह का कोई कृषि उत्पाद तैयार कर रहे हैं या किसानों को सेवा प्रदान कर रहे हैं, वे संगठित होकर एक कृषक उत्पादक संगठन बना कर उसे पंजीकृत करवा सकते हैं।

इस शिविर में स्वयं सहायता समूह, ग्राम संगठन व सीएलएफ की 250 महिलाओं ने भाग लिया।

इस मौके पर मिशन एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कुशाल, सोशल मॉबिलाईजर पियुष, अंजना कुमारी, सुरेश कुमार, प्रोमिला देवी, अंजना शर्मा, उमा वर्मा, सन्तोष, सुनीता देवी, श्रेष्ठा देवी, विनीता ठाकुर, मीनाक्षी, सुनीता, ग्रांम संगठनों के पदाधिकारी, कृषि सखी, पशु सखी, बैंक सखी, ब्लॉक स्टाफ, स्वयं सहायता समूहों के प्रधान व सचिव उपस्थित रहे।

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