यूनिवर्सल कार्टन का उपयोग इस साल शुरू हो रहा है, जो सेब और अन्य फलों के परिवहन और भंडारण में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है
यूनिवर्सल कार्टन का उपयोग इस साल शुरू हो रहा है, जो सेब और अन्य फलों के परिवहन और भंडारण में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।
चंबा : जितेन्द्र खन्ना /यह कार्टन इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि इसमें फलों को इस तरह से रखा जाता है कि वे दागी न हों और उनका वजन समान रहे। पहले के पारंपरिक कार्टन डबल पैक कार्टन कहा जाता था, दो गत्तों का उपयोग होता था जिन्हें ऊपर-नीचे किया जा सकता था। इसमें फलों की संख्या बढ़ाने के लिए उन्हें एक-दूसरे के सटकर रखा जाता था, जिससे फलों की सेल्फ लाइफ कम हो जाती थी और वे जल्दी पकने लगते थे। अधिक वजन और अत्यधिक टचिंग के कारण फलों में घाव बनने शुरू हो जाते थे, जिससे उनकी गुणवत्ता प्रभावित होती थी।
>यूनिवर्सल कार्टन में यह समस्याएँ नहीं होंगी। इसमें फलों की सेल्फ लाइफ बढ़ जाएगी, वजन कम होगा, और एक निर्धारित माप-तोल के अनुसार पेटियाँ होंगी। इससे उच्च या निम्न ग्रेडिंग का बहाना लगाकर फलों की कीमत घटाने की समस्या भी नहीं रहेगी। यूनिवर्सल कार्टन में सभी सेब समान वजन और गुणवत्ता के हिसाब से वितरित होंगे, जिससे किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिलेगा।कई वर्षों के बाद, यूनिवर्सल कार्टन का फैसला लिया गया है, जो किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए लाभकारी साबित होगा। इससे न केवल फलों की गुणवत्ता बनी रहेगी, बल्कि उनके भंडारण और परिवहन में भी सुधार होगा। यह कदम कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति है और इससे सभी पक्षों को लाभ होगा। Surinder papta
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