पीसी विश्वकर्मा ने देश से राज्यपाल के संस्थान को समाप्त करने का दिया सुझाव
नगरोटा सूरियां : प्रेम स्वरूप शर्मा नगरोटा /
पीसी विश्वकर्मा ने देश से राज्यपाल के संस्थान को समाप्त करने का दिया सुझाव
नवभारत एकता दल के राष्ट्रीय संयोजक पीसी विश्वकर्मा ने नगरोटा सुरियाँ में पत्रकारों से वार्ता करते हुए देश से राज्यपाल के संस्थान को समाप्त करने का सुझाव दिया कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद गवर्नर पद की कोई प्रसंगिकता नहीं रह गई है।
विश्वकर्मा ने कहा कि राज्यो में गवर्नर्स की नियुक्ति केंद्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति करते हैं, और यह मुख्यतया केंद्र सत्तासीन पार्टी अपने ही लोगों को गवर्नर बनाती है जो केंद्रीय सत्तासीन पार्टी के एक एजेंट की तरह काम करते हैं और यदि राज्य में केंद्रीय पार्टी की विपक्षी पार्टी सत्ता में होती है तो राज्यपाल उसके काम मे रोड़ा अटकाने का कार्य करते हैं।
केंद्र ने धारा 356 का राज्यपालों से रिपोर्ट प्रबंधन कर गवर्नर रूल लगकर राज्य की चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त कर राजनीतिक हित साधने के कार्य किया है।
1977 में जव केंद्र में जनता पार्टी की सरकार गठित हुई तो सरकार ने राज्यपाल की रिपोर्ट बगैर ही 9 राज्यों की सरकारों को एक ही झटके में बर्खास्त कर तत्काल चुनाव करवाये बर्खास्त करने का यह तर्क दिया कि संसदीय लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नही मिली।यह कोई बजनदार तर्क नहीं था केंद्र सरकार को राष्ट्रपति का चुनाव जीतना था। दिल्ली में आप पार्टी की सरकार को भी 8 साल तक उपराज्यपाल ने परेशान किया ।
विश्वकर्मा ने कहा कि गवर्नर के तामझाम पर टेक्स दाताओं का करोड़ो रुपया बेरहमी से व्हाया जाता है जवकि अव तक राज्यपाल ने नेगेटिव ज्यादह पॉजिटिव कम भूमिका निभाई है,इस लिये इस पद को खत्म करने के लाभ ही लाभ हैं कोई नुकसान नही होगा,राज्यपाल की शक्तियां उस राज्य के मुख्य न्याधीश को हस्तांतरित कर दी जाएं। विश्वकर्मा ने स्पष्ट किया उनकी पार्टी नावभारत एकता दल एक धर्म निरपेक्ष पार्टी है और सवः धर्मों में सद्भाव रखती यही देश की एकता का आधार है,हर सरकार को सभी सम्प्रदाय के वीच सौहार्द व प्रेम पैदा करना चाहिये नफरत को बढ़ावा देने से देश की एकता खतरे में पड़ेगी।
विश्वकर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस विचारधारा के निकट है उनका परिवार 1925 से कांग्रेस जीवन शैली अपनाए हुए है,स्पष्ट किया की उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन को तरजीह देगी ,इस अवसर पर पेंशनर संघ के पदाधिकारी गुरदेव सिंह व रामपाल धीमान भी उपस्थित रहे।
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