प्रदेश सरकार की ओर से चिकित्सकों का नॉन प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) बंद करने से चिकित्सकों सहित प्रशिक्षु चिकित्सकों में रोष है। - Smachar

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प्रदेश सरकार की ओर से चिकित्सकों का नॉन प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) बंद करने से चिकित्सकों सहित प्रशिक्षु चिकित्सकों में रोष है।


प्रदेश सरकार की ओर से चिकित्सकों का नॉन प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) बंद करने से चिकित्सकों सहित प्रशिक्षु चिकित्सकों में रोष है। एनपीए की पुन: बहाली की मांग को लेकर चिकित्सकों ने सोमवार से डेढ़ घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक आरंभ कर दी है।      चंबा : जितेन्द्र खन्ना   / साथ ही आगामी कुछ दिनों में मांगें न


मानने पर चिकित्सकों ने केजुअल लीव पर जाने की चेतावनी भी दी है। सोमवार को पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा में उपचार करवाने के लिए आए मरीजों को पेन डाउन स्ट्राइक के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

चिकित्सकों और प्रशिक्षु चिकित्सकों ने अस्पताल परिसर के बाहर एकत्रित होकर अपना रोष प्रकट किया। इस दौरान ओपीडी के बाहर मरीजों की कतारें लगी रहीं। हालांकि इस दौरान आपातकालीन सुविधाओं में कोई बाधा नहीं आई। प्रदेश भर के चिकित्सकों ने इससे पहले काले बिल्ले लगाकर कार्य कर अपना रोष प्रकट किया था और सोमवार से पेन डाउन स्ट्राइक की चेतावनी दी थी। मेडिकल कॉलेज चम्बा के असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. माणिक सहगल ने कहा कि गत वर्ष सरकार ने एक कमेटी बनाई थी, जिसमें चिकित्सकों की मांग को तीन महीने के भीतर पूरा किया जाएगा। लेकिन इन मांगों को अभी तक भी पूरा नहीं किया गया है। इसके विरोध में अब हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन, असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएशन और केंद्रीय छात्र संघ ने एकजुट होकर विरोध शुरु किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि आगामी दिनों में भी सरकार उनकी मांगें नहीं मानती हैं तो सभी चिकित्सक मिलकर केजुअल लीव पर जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

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