भाला फेंक स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी अन्नू रानी
भाला फेंक स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी अन्नू रानी
एशियाई खेलों में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी एथलीट अन्नू रानी
मंगलवार को अन्नू रानी ने जेवलिन थ्रो में 62.92 मीटर के अपने सीजन बेस्ट थ्रो के साथ ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीता.रानी ने महिलाओं की भाला फेंक में अपने चौथे प्रयास में सीजन के सर्वश्रेष्ठ 62.92 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता. श्रीलंका की नदीशा दिलहान ने रजत पदक जीता.
रानी से पहले भारत की पारुल चौधरी ने महिला 5000 मीटर स्पर्धा में दिन का पहला स्वर्ण पदक जीता था. 28 वर्षीय खिलाड़ी अंतिम लैप में शीर्ष दो में शामिल थी और फिर अंतिम लम्हों में जापान की रिरिका हिरोनाका को पछाड़कर 15 मिनट 14.75 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं. पारुल का मौजूदा एशियाई खेलों में यह दूसरा पदक है.
उन्होंने सोमवार को महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज में भी रजत पदक जीता था. इसके अलावा मोहम्मद अफसल ने पुरुषों की 800 मीटर दौड़ में एक मिनट 48.43 सेकेंड के साथ रजत पदक जीता. वहीं विथ्या रामराज ने महिला 400 मीटर बाधा दौड़ स्पर्धा में कांस्य पदक जीता.
भारत के तेजस्विन शंकर ने पुरुषों के डिकैथलॉन में ऐतिहासिक रजत पदक जीता
भारतीय एथलीट ने 7666 अंक हासिल किया. एशियाई खेलों में पुरुषों का आखिरी डिकैथलॉन पदक 1974 में विजय सिंह चौहान ने जीता था. इससे पहले, भरतिंदर सिंह ने 7,658 अंकों का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था. मुक्केबाजी पुरुषों की 92 किग्रा वर्ग प्रतिस्पर्धा में भारत के नरेंद्र ने ब्रॉन्ड मेडल जीता. नरेंद्र कजाकिस्तान के कामशीबेक के खिलाफ मैच के पहले राउंड में कुछ मुक्के खाने के बाद वापसी की लेकिन वो दूसरे राउंड में सर्वसम्मत फैसले से हार गए. जिसके बाद नरेंद्र को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
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