केवल खुद और परिवार के लिए नहीं राष्ट्र के लिए बने स्वार्थी-- ब्रह्म ऋषि विशाल
घर परिवार से ऊपर उठकर निभाए समाज देश के प्रति जिम्मेदारी-- ब्रह्मर्षि विशाल
केवल खुद और परिवार के लिए नहीं राष्ट्र के लिए बने स्वार्थी-- ब्रह्म ऋषि विशाल
वर्कशॉप के तीसरे दिन 3 स्टेज प्राणायाम के साथ करवाया वस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास
( पंजाब ब्यूरो पठानकोट पंकज शर्मा )
श्री श्री ज्ञान विकास केंद्र द्वारा खत्री भवन, शाहपुर चौक में आयोजित किए गए खुशहाल जीवन जीने की कला के सात दिवसीय 10 प्लस एक्स्ट्रा वर्कशॉप के तीसरे दिन ब्रह्म ऋषि विशाल जी द्वारा साधकों को खुद के स्वार्थ छोड़कर राष्ट्र देश के लिए स्वार्थी बनने का आवाहन किया उन्होंने कहा भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, उधमसिंह, लाजपत राय, चंद्रशेखर जैसे हजारों शहीद, देश प्रेमी अगर अपने और अपने परिवार के लिए ही सोचते तो आज देश आजाद ना होता!
देश के सैनिक अगर खुद के बारे में ही सोचे तो आज हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं होगी इसीलिए सभी को अपना दायित्व निभाते हुए सबसे पहले अपने समाज व राष्ट्र के बारे में सोचना चाहिए! प्रवक्ता संजीव महाजन ने बताया की आज ब्रह्मर्षि विशाल जी द्वारा साधकों को योग क्रियाओं , थ्री स्टेज प्राणायाम के साथ-साथ वस्त्रिका प्राणायाम का भी अभ्यास करवाया गया! कल ब्रहम ऋषि जी द्वारा साधकों को खानपान के सही तौर-तरीकों के बारे में बताया जाएगा !
इस अवसर पर डॉ वंदना, सरबजीत तूर, बिंदु ,नमिता, रेनू ,नीतू ,रजनी, इंदु ,रोजी गुप्ता, छिंदर, अजय नैयर, संजीव तूर, रमन, पुनीत महाजन, तरसेम शर्मा, पंकज शर्मा , सिकंदर, सुरेंद्र ,शशि पाल, रूपलाल, हाकम चंद, करण,अमित, गगन सैनी, अश्विनी, अभिषेक आदि द्वारा साधकों को सेवाएं उपलब्ध करवाई गई ।
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