हिमाचल में पांच दिन घना कोहरा छाए रहने का अलर्ट - Smachar

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हिमाचल में पांच दिन घना कोहरा छाए रहने का अलर्ट

शिमला : मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से बिलासपुर और मंडी जिले में पांच दिन(15 नवंबर तक) सुबह और देर रात को घना कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में शीतलहर तेज होने लगी है। मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, चंबा के कुछ भागों में सुबह-शाम घना कोहरा छाए रहने से परेशानी बढ़ गई है।



वहीं, जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में मौसम ने करवट बदली है। रोहतांग दर्रा के साथ कुंजम दर्रा, बारालाचा, सीबी रेंज की चोटियों में हल्की बर्फबारी हुई है। दोपहर करीब 2:00 बजे के आसपास पहाड़ियों में गिरे फाहों से घाटी में शीतलहर बढ़ गई है। रोहतांग दर्रा के क्षेत्र में दिनभर बादल छाए रहे। पहाड़ों में गिरी बर्फ का असर का कुल्लू घाटी में भी देखने को मिल रहा है। जिस कारण तापमान में गिरावट आई है।

उड़ानों के प्रभावित होने से कुल्लू-मनाली के पर्यटन कारोबार पर भी असर पड़ रहा है। वहीं रविवार को भी कुल्लू की उड़ान बंद रही थी। विंटर सीजन में उड़ानों के बार-बार प्रभावित होने से पर्यटन कारोबारियों में इसका प्रभाव पड़ रहा है। होटल एसोसिएशन मनाली के निवर्तमान अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने कहा कि हवाई उड़ानों के रद्द से पर्यटन कारोबार को नुकसान होता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी भुंतर के निदेशक सिद्धार्थ कदम्ब ने कहा कि सोमवार को हवाई उड़ान करीब साढ़े तीन घंटे देरी से पहुंची हैं। समय के चलते अमृतसर की उड़ान को रद्द किया गया है। शुष्क ठंड से लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं। बारिश का किसान और बागवान इंतजार कर रहे हैं।  

राज्य के कई भागों के न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। केलांग, कुकुमसेरी, ताबो का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चल रहा है। आज राज्य के ऊंचाई वाले एक-दो स्थानों पर बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मंगलवार से तीन दिनों तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। इसके बाद 15 व 16 नवंबर को भी ऊंचे और मध्यवर्ती कुछ क्षेत्रों में बारिश और हिमपात की संभावना है। वहीं, दिल्ली से कुल्लू के भुंतर हवाई अड्डे के साथ अमृतसर और अन्य शहरों के लिए हवाई उड़ानें कोहरे से प्रभावित हो रही हैं। सोमवार को भी दिल्ली से भुंतर हवाई उड़ान करीब साढ़े तीन घंटे देरी से पहुंची। भुंतर से अमृतसर की उड़ान को रद्द करना पड़ा। हवाई सेवाओं के देरी और रद्द होने से पर्यटकों के साथ अन्य लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ऊना में 110, परवाणू 137, पांवटा 119, मनाली 30, शिमला 81, धर्मशाला 70, सुंदरनगर 92, डमटाल 72,कालाअंब में 93, नालागढ़ 86, बरोटीवाला में 94 रहा। एक्यूआई 100 से नीचे संतोषजनक माना जाता है।

वहीं, दिवाली के दौरान खराब हुई बद्दी की आबोहवा में दस दिन बाद भी सुधार नहीं हो पाया है। रविवार को बद्दी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 313 पहुंच गया है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने वाली संस्था हिम परिवेश के अध्यक्ष लक्ष्मी चंद ठाकुर व महासचिव बालकिशन शर्मा ने बताया कि बद्दी में लगातार खनन व उद्योगों के प्रदूषण से धूल के कण हवा में घुल रहे हैं। प्रदूषण बोर्ड के वरिष्ठ अभियंता प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदूषण फैलने वाले उद्योगों के खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है। 

शिमला में न्यूनतम तापमान 11.2, सुंदरनगर 10.5, भुंतर 8.0, कल्पा 3.4, धर्मशाला 13.0, ऊना 12.6, नाहन 14.9, केलांग 0.7, पालमपुर 9.5, सोलन 9.8, मनाली 6.8, कांगड़ा 11.9, मंडी 11.8, बिलासपुर 14.5, हमीरपुर 12.6, चंबा 11.0, डलहौजी 11.8, कुफरी 10.5, कुकुमसेरी -1.1 , नारकंडा 7.6, रिकांगपिओ 6.7, भरमौर 9.9, समदो 3.0, कसौली 13.6, पांवटा साहिब 18.0, ताबो -4.3, मशोबरा 9.8 व सैंज में 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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