नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत का दर्जा देने का प्रस्ताव सोची समझी राजनीतिक साजिश है : संजय गुलरिया - Smachar

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नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत का दर्जा देने का प्रस्ताव सोची समझी राजनीतिक साजिश है : संजय गुलरिया

नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत का दर्जा देने का प्रस्ताव सोची समझी राजनीतिक साजिश है : संजय गुलरिया


नगरोटा सूरियां : प्रेम स्वरूप शर्मा  /

नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत का प्रस्तावित दर्जा देने का विरोध मुखर होने लग पड़ा है। ज्वाली विधानसभा हल्के के भाजपा नेता संजय गुलेरिया ने चार पंचायतों पर आधारित नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत का दर्जा देने के प्रस्ताव को सोची समझी राजनीतिक साजिश करार दिया है। संजय गुलेरिया ने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ शनिवार को नगरोटा सूरियां विश्रामगृह में पत्रकारवार्ता कर कहा कि नगर पंचायत बनाने से पहले सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों को विश्वास में नहीं लिया और न ही उनकी राय जानने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत का दर्जा देने के लिए जिन चार पंचायतों नगरोटा सूरियां, कथोली, सुगनाड़ा व बासा को जोड़ा जा रहा है उनमें 90 प्रतिशत परिवार गरीबी रेखा के साथ दिहाड़ी लगा कर परिवार पाल रहे हैं और यह सभी पंचायतें ग्रामीण क्षेत्र में आती हैं और इनमें शहरी क्षेत्र जैसी कोई भी सुविधा नहीं है। इन पंचायतों में करीब 1600 मनरेगा जॉब कार्ड हैं। उन्होंने कहा अगर इन पंचायतों को जोड़ कर यदि नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत बनाया जाता है तो भारी भरकम टैक्स लगने व मनरेगा बन्द होने से ये परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे। उन्होंने नगरोटा सूरियां को प्रस्तावित नगर पंचायत बनाने का विरोध करते हुए ज्वाली विधानसभा विधायक एवं मंत्री पर नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत बना कर यहां से खण्ड मुख्यालय को स्थानांतरित करने की एक सोची समझी साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पहले दस पंचायतों को नगरोटा सूरियां विकास खण्ड से तोड़ कर देहरा के साथ जोड़ा। जबकि इन दस पंचायतों को नगरोटा सूरियां 3 से पांच किमी पड़ता है और देहरा 35 से 45 किमी दूर पड़ता है। वहीं अब चार पंचायतों को जोड़कर नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत बनाकर नगरोटा सूरियां खण्ड मुख्यालय के औचित्य को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार नगरोटा सूरियां क्षेत्र की जनता को जानबूझ कर परेशान कर रही है। नगरोटा सूरियां क्षेत्र पौंग विस्थापित बहुल होने के कारण पहले ही पुनर्वास का दंश झेल रहे हैं और अब किसी तरह अपना परिवार पाल रहे ग्रामीणों को और परेशानी की ओर धकेल रही है। उन्होंने कहा कि पहले 16 गरीब लोगों की दुकानों को सीलबंद कर उन्हें बेरोजगार कर दिया और अब नगर पंचायत की तलबार लटका कर परेशान करना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा कि यदि नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत बनाने की सरकार कोशिश करती है तो इसका पुरजोर विरोध कर जनता सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर होगी। 

इस अवसर पर पंचायत समिति उपाध्यक्ष धीरज अत्री, कथोली पंचायत प्रधान जीएस बेदी, नगरोटा सूरियां के पूर्व प्रधान संजय महाजन व राज कुमार उपस्थित रहे।

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