फतेहपुर की ग्राम पंचायत ढसोली के गाँव कन्याट में सेवानिवृत्त जूनियर इंजीनियर ने सेब के पौधे की लगाई नर्सरी
फतेहपुर की ग्राम पंचायत ढसोली के गाँव कन्याट में सेवानिवृत्त जूनियर इंजीनियर ने सेब के पौधे की लगाई नर्सरी
( भरमाड़ : राजेश कतनौरिया )
विकास खंड फतेहपुर के तहत ग्राम पंचायत ढसोली के गाँव कन्याट (नियाल) में एक सेवानिवृत्त जूनियर इंजीनियर से सेब के पौधे की नर्सरी लगा करके मिसाल कायम की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तिलक राज गाँव कन्याट (नियाल) के बिजली विभाग से सेवानिवृत्त जूनियर इंजीनियर ने सेब के पौधों की नर्सरी लगाई है। उनहोंने बताया कि मैंने बर्ष 2019 में सेब के 20 पौधे लगाए थे। जिन्होंने तीन साल बाद जून 2023 में फल देना शुरू किया प्रत्येक पौधे पर 10- 12 फल लगे थे उनका आकर और रंग बिल्कुल सही था। इसमें तीन प्रजातियों के सेब के पौधे थे। जिनका नाम अन्ना, डोर सैट गोल्डन, हरिमन है। तिलक राज ने बताया कि मैनें पिछले बर्ष पांच हजार सेब के पौधौ की ग्राफटिंग करवाई थी इस समय मेरी नर्सरी में पांच हजार पौधा तैयार है और एक पौधे कीमत 150 रूपये है अब तक इस समय लगभग 600 पौधे बेच चुका हूँ। उसने बताया कि रुट सटाक पर गराफटिंग करने के बाद एक बर्ष के बाद लगाया जाता है। जो पौधा जमीन में तैयार किया जाता है उसे 15 दिसम्बर से 15 फरवरी तक लगाया जाता है और जो सेब का पौधा टयूब में लगाया जाता है उसे आप किसी भी समय लगा सकते है। पौधा लगाने के बाद तीन साल बाद फल देना शुरू कर देता है मेरे पास तीन प्रजातियों के सेब के पौधौ की नर्सरी है। शुरुआत के समय नर्सरी लगाने में मुश्किल तो आई थी, लेकिन उधान उधोग बिकास बिभाग फतेहपुर और जाच्छ अनुसंधान केन्द्र के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मेरा पूरा सहयोग किया। समय समय पर नर्सरी को चैक करते रहते थे । यह नर्सरी हिमाचल सरकार की ओर से स्वीकृत है जिसका नं GlRF 1402"- N है। तिलक राज ने बताया कि हमारे किसानों को भी ओल्ड हिमाचल कि तरह कांगड़ा में ज्यादा से ज्यादा सेब के पौधे लगाने चाहिए। जब इस बारे उधान उधोग बिकास बिभाग फतेहपुर के (एच ई ओ) योग राज से जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि बिकास खंड फतेहपुर में सेव के पौधौ की नर्सरी एक ही है जो कि पंचायत ढसोली के गाँव कनयाट (नियाल) के सेवानिवृत्त जूनियर इंजीनियर तिलक राज ने लगाई है। अच्छे पौधे लगाये है।
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