धुम्मू शाह मेले में लोक कलाकारों ने बांधा समां सांस्कृतिक संध्या का एडीसी ने उद्घाटन किया
धुम्मू शाह मेले में लोक कलाकारों ने बांधा समां सांस्कृतिक संध्या का एडीसी ने उद्घाटन किया
धर्मशाला धुम्मू शाह दाड़ी मेले की सांस्कृतिक दृष्टि में लोक कलाकारों ने दर्शकों को आत्मविभोर कर दिया। सांस्कृतिक संध्या में लोक संस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। इससे पहले सांस्कृतिक परंपरा का उद्घाटन करते हुए एडीसी विनय कुमार ने कहा था कि पारंपरिक मेलों के माध्यम से लोक संस्कृति का संरक्षण और समानता सुनिश्चित होती है।
उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति हमारे समृद्व अतीत को अपने में समेटे हुए है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी अपनी विरासत को आगे ले जा सके, इसके लिए युवाओं में पुरातन संस्कृति के बारे में जानना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि धुम्मू शाह मेला संस्कृति और विपणन के लिए मूल्यवान है। कई दशकों से इस मेले का आयोजन चल रहा है इसमें आम जनमानस भी अपनी सकारात्मक दृष्टि से सामाजिक एकता का संदेश देता है। पहली सांस्कृतिक संध्या में स्टार कलाकार लोक गायक कमल नैहरिया के कलाकार दर्शकों के लिए जबरदस्ती हो गए।
इस अवसर पर चैम्पियनशिप अधिकारी नामांकित संजीव भोट, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सुरन्द्र कुमार और लॉक गिरिराज और अन्य सचिव लोग उपस्थित थे।
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