धरती पुत्र को टिकट देने की मांग को लेकर बीजेपी मे, गुटबाजी की चिंगारी सुलगी
धरती पुत्र को टिकट देने की मांग को लेकर बीजेपी मे, गुटबाजी की चिंगारी सुलगी
नूरपुर : विनय महाजन /
प्रदेश में बीजेपी की गुटबाजी अक्सर जिला काँगड़ा के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों “धरती पुत्र” को टिकट देने की मांग को लेकर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रही हैl इसी अभियान मे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता आज पंचायत बरोट पहुंचे जहां स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।जिला कांगड़ा के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को पिछले लगभग 20 वर्षों से राजनीतिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। इसकी एक बड़ी वजह स्थानीय जनभावनाओं की अनदेखी और बार-बार बाहरी नेतृत्व को आगे करना मानी जा रही है। लंबे समय तक कार्यकर्ताओं और मतदाताओं ने यह स्थिति सहन कीl लेकिन अब फतेहपुर की जनता का सब्र टूटता नजर आ रहा है और क्षेत्र का राजनीतिक माहौल तेजी से बदल रहा है।इस बार भाजपा के एक वर्ग के स्थानीय नेताओं ने एक सुर में स्पष्ट कर दिया है कि फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से केवल स्थानीय धरती पुत्र को ही टिकट दिया जाना चाहिए।फतेहपुर के सम्मान और स्वाभिमान से जुड़ा मुद्दा है। यदि किसी भी सूरत में बाहरी प्रत्याशी थोपा गया तो उसका खुला और संगठित विरोध किया जाएगा।इन स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एकजुटहोकर गांव-गांव जनसंपर्क अभियान भी शुरू कर दिया है। उनका दावा है कि क्षेत्र के मतदाता स्थानीय चेहरे को टिकट मिलने की स्थिति में भाजपा के साथ मजबूती से खड़े होंगे। वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का मानना है कि बाहरी चेहरों पर भरोसा करने की नीति ने पार्टी को बार-बार नुकसान पहुंचाया है।कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व को आगाह किया है कि यदि इस बार भी जमीनी सच्चाई को नजरअंदाज किया गया, तो फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को कड़े विरोध का सामना करना पड़ सकता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि भाजपा में गुटबाजी और धरती पुत्र के मुद्दे को अनदेखा किया गया, तो आगामी 2027 विधानसभा चुनाव में फतेहपुर के मतदाता कांग्रेस प्रत्याशी भवानी सिंह पठानिया को एक बार फिर जीत का चेहरा बनाने में कोई संकोच नहीं करेंगे। उधर इस मामले में भाजपा के दूसरे ग्रुप के समर्थकों का कहना है कि जो लोग बीजेपी मे धरतीपुत्र का नारा लगा रहे हैं वह अपनी पंचायत का चुनाव भी नही जीत सकते ऐसे लोगों ने पार्टी में रहकर भाजपा प्रत्याशी के साथ भीतर बात किया है यही कारण है कि फतेहपुर में भाजपा भीतरघात का शिकार होने के कारण चुनाव नहीं जीत सकी l यह गुटबाजी उसे समय उभरी जब हाई कमान द्वारा 2022 में प्रदेश के पूर्व बन मंत्री राकेश पठानिया को फतेहपुर विधानसभ ा क्षेत्र की टिकट दी गई पार्टी में ऐसे लोगों के कारण की स्थानीय चुनाव हार गए और आजकल फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र की हर पंचायत में जाकर अपना जन आधार कायम करने में अपने समर्थकों के साथ जुड़ गए हैं l


कोई टिप्पणी नहीं