अनुशासन और परिश्रम से मिलती है सफलता: चलवाड़ा स्कूल समारोह में बोले कृषि मंत्री
अनुशासन और परिश्रम से मिलती है सफलता: चलवाड़ा स्कूल समारोह में बोले कृषि मंत्री
कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चलवाड़ा के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, परिश्रम और सकारात्मक सोच के साथ जीवन में आगे बढ़ने का संदेश देते हुए कहा कि लक्ष्य तय कर निरंतर मेहनत करने से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहकर पढ़ाई, खेल और रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने का भी आह्वान किया।
कृषि मंत्री ने कहा कि विद्यालय भविष्य की नर्सरियां हैं और शिक्षा के सुदृढ़ीकरण को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इन्हीं स्कूलों से डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, राजनेता तथा समाजसेवी निकलते हैं। शिक्षा बच्चे के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है और सरकारों की यह जिम्मेदारी है कि सभी बच्चों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित हो। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृढ़ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है तथा सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं। साथ ही सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम शुरू किया गया है। इसके अतिरिक्त राज्य के 100 सरकारी स्कूलों में आगामी सत्र से सीबीएसई पाठ्यक्रम भी लागू किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूलों में शिक्षकों के पद क्रमबद्ध तरीके से भरे जा रहे हैं।
प्रो. चंद्र कुमार ने विकास कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में 11 ट्यूबवेलों के सुधार एवं विस्तार के लिए 16.24 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, इसके अतिरिक्त 15 नए ट्यूबवेलों के निर्माण पर 13.74 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिनमें भगलाहड़, समकेहड़-2, समकेहड़-3 तथा चबुआं में ट्यूबवेल निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में 9 अन्य ट्यूबवेलों का निर्माण कार्य भी जारी है, जिनमें खराड़ तथा करडियाल में 5.05 करोड़ रुपये व्यय कर ट्यूबवेलों का निर्माण कार्य पूर्ण कर दिया गया है। वहीं देहर खड्ड के समीप भूमि व आवासों को बाढ़ से बचाने के लिए फ्लड प्रोटेक्शन कार्यों पर 7.45 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जिससे क्षेत्रवासियों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा मिलेगी।
कृषि मंत्री ने बताया कि चलवाड़ा स्कूल में अतिरिक्त भवन निर्माण के लिए 2.17 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिसके अंतर्गत पांच नए क्लासरूम, एक परीक्षा कक्ष, एक कंप्यूटर कक्ष तथा प्रशासनिक ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चलवाड़ा–ज्वाली मार्ग का उन्नयन कार्य 5.50 करोड़ रुपये की लागत से प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त ठंगर में राजीव गांधी गवर्नमेंट मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल के प्राइमरी ब्लॉक का निर्माण कार्य 5 करोड़ रुपये की लागत से जारी है, जबकि खरोटा–मतलाहड़–ज्वाली सड़क मार्ग का उन्नयन कार्य भी 6.50 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है।
प्रो. चंद्र कुमार ने बताया कि ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में जाइका परियोजना के अंतर्गत सिंचाई सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। पपाहण में 1.87 करोड़ रुपये तथा समकेहड़ में 1.94 करोड़ रुपये की लागत से फ्लो इरिगेशन स्कीम स्वीकृत की गई है, जिन पर कुल 3.81 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त भगलाहड़ में 70 लाख, फारियां में 1.04 करोड़, भलून में 69 लाख, खरड़ में 78 लाख, चबुआं में 84 लाख, खरोटा में 70 लाख, ढन में 1.06 करोड़, मनभरी में 45 लाख तथा बनोली में 55 लाख रुपये की सिंचाई योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इन सभी परियोजनाओं पर लगभग 10.62 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ठंगर, खब्बल तथा सुखनाडा में फ्लो इरिगेशन स्कीम के टेंडर प्रक्रियाधीन हैं।
विद्यालय में हैंडपंप की मांग पर कृषि मंत्री ने अधिकारियों को पानी की उपलब्धता की जांच करने के निर्देश दिए तथा खेल मैदान निर्माण के लिए एस्टिमेट तैयार करने को कहा।
समारोह में विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिन्हें प्रोत्साहित करते हुए प्रो. चंद्र कुमार ने अपनी ऐच्छिक निधि से 15 हजार रुपये देने की घोषणा की। इससे पूर्व विद्यालय की प्रधानाचार्या सुषमा देवी ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए विद्यालय की उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।
समारोह में एसडीएम नरेंद्र जरियाल, प्रधानाचार्य सुषमा देवी,एसएमसी प्रधान बलविंदर कौर, पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रधान मनमोहन सिंह, जिला युवा कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी सचिन गुलरिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्कूलों के प्रधानाचार्य, अध्यापक, अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। ज्वाली से राजेश कतनौरिया कि रिपोर्ट !


कोई टिप्पणी नहीं