मनाली में अवैध फड़ी-ठेले, नशा, दलाली व अराजकता से पर्यटन और सामाजिक सुरक्षा खतरे में: गौतम ठाकुर
मनाली में अवैध फड़ी-ठेले, नशा, दलाली व अराजकता से पर्यटन और सामाजिक सुरक्षा खतरे में: गौतम ठाकुर
मनाली : ओम बौद्ध /
मनाली डेवलपमेंट कोंसिल एमडीसी के सभी स्टेकहोल्डर्स मनाली होटलियर एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रोशन ठाकुर,व्यापार मंडल मनाली के अध्यक्ष संजीव ठाकुर संजू,हिम आंचल टैक्सी आपरेटर यूनियन मनाली के अध्यक्ष राजा ठाकुर,मनाली टैक्सी यूनियन अलेऊ के अध्यक्ष राज कुमार डोगरा, मनाली ऑटो यूनियन के अध्यक्ष मोती राम,हिमाचल ट्रेबल एजेंट एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष हीरा लाल राणा, बाइकर्स एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष विशाल सूद,लग्जरी कोच यूनियन मनाली के अध्यक्ष कपिल ठाकुर,वोल्वो आपरेटर यूनियन के अध्यक्ष जय राम ठाकुर,लाइफलाइन एनजीओ मनाली के मुख्य संरक्षक एवं सामाजिक कार्यकर्ता गौतम ठाकुर ने बैठक कर नगर परिषद मनाली क्षेत्र में लगातार बढ़ रही अवैध अनैतिक एवं जनविरोधी गतिविधियों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि नगर परिषद मनाली समय रहते शीघ्र कठोर कदम नहीं उठाए, तो मनाली की अंतरराष्ट्रीय पर्यटन छवि को अपूरणीय क्षति पहुंचेगी।
एमडीसी मनाली द्वारा जारी सामूहिक प्रेस वक्तव्य में कहा कि नगर परिषद मनाली के अंतर्गत 200 से अधिक प्रवासी अवैध फड़ी-ठेला संचालक बिना किसी पंजीकरण, स्वास्थ्य जांच या पुलिस सत्यापन के खुलेआम खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं। ये गतिविधियां न केवल जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हैं, बल्कि कानून-व्यवस्था और स्वच्छता व्यवस्था को भी पूरी तरह ध्वस्त कर रही हैं।
व्यापार मंडल मनाली के अध्यक्ष संजीव ठाकुर संजू ने कहा कि माल रोड जैसे घोषित नो-वेंडिंग ज़ोन पर खुलेआम अवैध फड़ी-ठेले लगना नगर परिषद मनाली की विफलता को दर्शाता है। पैदल यात्रियों को सड़क पर चलने को मजबूर किया जा रहा है, जिससे आए दिन जाम और दुर्घटनाओं की स्थिति बनी रहती है,कहा कि नगर परिषद मनाली तुरंत प्रभाव से टीसीवी ट्रेडर्स वेंडिंग कमेटी का गठन कर चिन्हित स्थानों पर ही केवल स्थानीय लोगों को रेहड़ी फड़ी लगाने की अनुमति जारी करे।
हिमाचल प्रदेश ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष हीरा लाल राणा तथा हिम आंचल टैक्सी आपरेटर यूनियन मनाली के अध्यक्ष राजा ठाकुर ने कहा कि कोई भी गैर मनाली से बाहर का आदमी वेडिंग ज़ोन में व्यापार करने का हकदार नहीं होगा।मनाली के आसपास की महिलाओं को फल, सब्जियां तथा हाथ से बनाए गए सामान को दुर्गा मां मंदिर की गली में सुबह शाम दो दो घंटे अनुमति दी जाए।
मनाली डेवलपमेंट कोंसिल द्वारा यह भी आरोप लगाया कि कई प्रवासी विक्रेता मलाना क्रीम के नाम पर नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री में लिप्त पाए गए हैं। उन्होंने स्मरण कराया कि थाना मनाली में अब तक की सबसे बड़ी 266 ग्राम चिट्टा की बरामदगी और भी अन्य एक फड़ी विक्रेता से हुई थी, जो स्थिति की गंभीरता को उजागर करती है।
मनाली होटलियर एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रोशन ठाकुर तथा ऑटो यूनियन मनाली के अध्यक्ष मोती राम ने कहा कि पर्यटन सीजन के दौरान ये अवैध फड़ी-ठेले प्रतिदिन 20,000 से अधिक प्रतिबंधित प्लास्टिक डिस्पोजेबल वस्तुओं का उपयोग कर मनाली की प्राकृतिक सुंदरता पर बदनुमा दाग लगा रहे हैं, जबकि प्लास्टिक प्रतिबंध केवल कागज़ों तक सीमित होकर रह गया है।
मनाली टैक्सी यूनियन अलेऊ के अध्यक्ष राज कुमार डोगरा और बाइकर्स एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष विशाल सूद ने कहा कि माल रोड पर खुलेआम चल रही वैश्यावृत्ति, छेड़छाड़, महिलाओं पर अभद्र दृष्टि और अनाधिकृत दलालों की बढ़ती संख्या को अत्यंत चिंताजनक बताते हुए कहा कि देर रात स्थानीय बेटियों-महिलाओं का माल रोड पर सुरक्षित घूमना कठिन हो गया है। यह स्थिति किसी भी सभ्य और सुरक्षित पर्यटन स्थल के लिए शर्मनाक है।
लाइफ़ लाइन एनजीओ के मुख्य संरक्षक गौतम ठाकुर ने नगर परिषद पर अवैध वसूली, सार्वजनिक स्थलों पर कब्जे और भ्रष्टाचार को संरक्षण देने के गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से मांग की कि पूरे मामले की उच्च-स्तरीय एवं स्वतंत्र जांच करवाई जाए।
जिस में मुख्य मांगों में अवैध फड़ी-ठेला संचालकों पर तत्काल कार्रवाई , माल रोड के फुटपाथ पर अवैध कब्जे हटाए जाएं। लग्जरी कोच यूनियन मनाली के अध्यक्ष कपिल ठाकुर ने कहा कि वैध वेंडिंग ज़ोन एवं लेबर चौक का शीघ्र गठन सभी प्रवासी कारोबारियों व मजदूरों का अनिवार्य पुलिस सत्यापन नशा, दलाली, वैश्यावृत्ति और छेड़छाड़ पर शून्य सहिष्णुता नीति लागू की जाए। उन्होंने कहा कि पालिका प्रवासी मजदूरों के लिए एनएसी मार्किट के पास लेबर चौक का निर्माण करें ताकि हर तरह के मजदूर एक छत के नीचे मिले तथा माल रोड़ पर पर्यटकों के लिए बैठने का स्थान भी सुनिश्चित हो सकेगा।
इस मुद्दे पर मनाली के सभी प्रमुख स्टेकहोल्डर्स ने एकजुट होकर चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई, तो वे कानूनी एवं लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी नगर परिषद मनाली के कार्यकारी अधिकारी की होगी।


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