एबीवीपी जम्मू कश्मीर के 61वें प्रांत अधिवेशन, कठुआ में शामिल हुए जयराम ठाकुर
एबीवीपी जम्मू कश्मीर के 61वें प्रांत अधिवेशन, कठुआ में शामिल हुए जयराम ठाकुर
नूरपुर : विनय महाजन /
नूरपुर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जम्मू और कश्मीर के 61 वें क्रांति अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप मे पहुंचे। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थी परिषद की प्रमुख स्तंभ है स्वर्गीय सुनील उपाध्याय के पैसे गांव पहुंचकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं पर उन्होंने देश के सबसे लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात को भी सुना। इस दौरान उन्होंने लखनपुर में भारतीय जनता पार्टी और जनसंख्या संस्थापक सदस्य डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के सुनील उपाध्याय नगर में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जम्मू-कश्मीर प्रांत के 61वें प्रदेश अधिवेशन में सहभागिता कर गौरव की अनुभूति हुई। यह आयोजन राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका को सुदृढ़ करने का सशक्त मंच रहा। विद्यार्थी परिषद व्यक्ति और चरित्र निर्माण की कार्यशाला है। अपने पुराने दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में छात्र जीवन के दौरान विद्यार्थी परिषद के साथ कार्य करने का अवसर मिला, इसलिए यह प्रदेश मेरी कर्मभूमि भी रहा है। एक कार्यकर्ता के रूप में संघर्ष, संगठन और समर्पण की अनेक स्मृतियां इस क्षेत्र से जुड़ी हैं, जो इस मंच पर आकर पुनः जीवंत हो उठीं। ज्ञान, शील और एकता के मूल मंत्र के साथ देश के युवाओं के व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का योगदान अतुलनीय है। यह संगठनात्मक कारवां निरंतर आगे बढ़ता रहे, यही कामना है। इस भव्य और सफल अधिवेशन के आयोजन हेतु एबीवीपी के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई दी।कार्यक्रम से पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि धारा 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति, विकास और लोकतांत्रिक मजबूती की नई शुरुआत हुई है। वर्षों तक अलगाववाद और अस्थिरता से जूझ रहे क्षेत्र में अब सामान्य जनजीवन तेजी से पटरी पर लौटा है। आतंकवाद की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है और सुरक्षा व्यवस्था पहले से अधिक सुदृढ़ हुई है। बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है, सड़कों, सुरंगों, स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं में अभूतपूर्व सुधार देखने को मिला है। निवेश बढ़ा है, रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं और पर्यटन ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं। पंचायत और स्थानीय निकायों को सशक्त कर लोकतंत्र की जड़ें मजबूत की गई हैं। केंद्र की जनकल्याणकारी योजनाएं अब बिना भेदभाव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही हैं, जिससे जम्मू-कश्मीर विकास की मुख्यधारा से सशक्त रूप से जुड़ रहा है।अपने प्रवास के दौरान उन्होंने लखनपुर में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके एक देश एक विधान और एक निशान के लिए अपनी प्राणों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय अस्मिता के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले महान राष्ट्रभक्त डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान राष्ट्र की एकता और संप्रभुता की रक्षा का अमिट प्रतीक है। उनके विचार, सिद्धांत और राष्ट्र के प्रति समर्पण हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे


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