रेहड़ी-फहड़ी यूनियन का ज़िला सम्मेलन मंडी में संपन्न, स्ट्रीट वेंडर एक्ट की रक्षा के लिए आंदोलन तेज़ करने का ऐलान - Smachar

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रेहड़ी-फहड़ी यूनियन का ज़िला सम्मेलन मंडी में संपन्न, स्ट्रीट वेंडर एक्ट की रक्षा के लिए आंदोलन तेज़ करने का ऐलान

 रेहड़ी-फहड़ी यूनियन का ज़िला सम्मेलन मंडी में संपन्न, स्ट्रीट वेंडर एक्ट की रक्षा के लिए आंदोलन तेज़ करने का ऐलान


मंडी : अजय सूर्या /

सीटू से सम्बद्ध रेहड़ी-फहड़ी वर्कर्स यूनियन का चौथा ज़िला सम्मेलन मंडी स्थित कामरेड तारा चंद भवन में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाटन सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रवीण कुमार, रेहाना अख्तर, कर्म सिंह और धनंजय ने की। इस अवसर पर यूनियन के राज्य सचिव सुरेंद्र शीलू और सीटू के ज़िला महासचिव राजेश शर्मा ने भी उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

सम्मेलन की शुरुआत वयोवृद्ध मजदूर नेताओं कामरेड वीएस अच्युतानंद, एनडी राणौत, सरचंद ठाकुर सहित आपदा और हाल ही में हुए बस हादसे में मृत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित कर, दो मिनट का मौन रखकर की गई।

उद्घाटन भाषण में भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2012 में जब नगर परिषद और प्रशासन ने मंडी को 'रेहड़ी मुक्त' करने का निर्णय लिया था, तब यूनियन ने सीटू के नेतृत्व में संगठित होकर लंबी लड़ाई लड़ी और प्रशासन को वह निर्णय वापस लेना पड़ा। इसके बाद से यूनियन लगातार मंडी, नेरचौक, सुंदरनगर, रिवालसर, पधर और जोगिंद्रनगर क्षेत्रों में रेहड़ी-पटरी मज़दूरों के हक़ की आवाज़ बुलंद करती आ रही है।

उन्होंने कहा कि 2014 में केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट के तहत इन श्रमिकों को वैधानिक अधिकार मिले, लेकिन अब केंद्र सरकार द्वारा 44 श्रम कानूनों को समाप्त करने के निर्णय में इस कानून को भी खत्म किया जा रहा है, जिसे यूनियन और सीटू से जुड़ी अन्य यूनियनें पूरी ताकत से विरोध कर रही हैं।

सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया कि आने वाले समय में इस कानून को बचाने और रेहड़ी-पटरी वर्करों की मांगों को लेकर आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।

यूनियन ने मंडी व अन्य क्षेत्रों में मौसमी विक्रेताओं जैसे भुट्टा, मूंगफली, फल-सब्जी विक्रेताओं को स्थान आवंटित करवाने, गुजराती मार्केट का विकास, पंचवक्त्र समुदाय को प्रमाण पत्र जारी करने, नेरचौक व सुंदरनगर में यलो लाइन चिन्हित कर लाइसेंस जारी करने की मांग उठाई। सुंदरनगर में कई रेहड़ीधारकों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं, जिन्हें नवीनीकृत करने की मांग भी उठाई गई।

इसके अतिरिक्त यह भी निर्णय लिया गया कि सभी नगर निकाय क्षेत्रों में बने नगर बिक्री समिति (TVC) की बैठकें, जो लंबे समय से नहीं हो रही हैं, उन्हें 15 दिनों के भीतर आयोजित करवाने के लिए डिमांड नोटिस सौंपे जाएंगे।

सम्मेलन में 25 सदस्यीय नई ज़िला कमेटी का गठन भी किया गया जिसमें सुरेंद्र कुमार (मंडी) ज़िला प्रधान

कर्मचंद (सुंदरनगर), धनंजय (नेरचौक) – उप प्रधान

तिरमल राणा (नेरचौक) – महासचिव,कृष्णा कुमारी (सुंदरनगर), रेहाना अख्तर – सचिव,प्रवीण कुमार (मंडी) – कोषाध्यक्ष,विपिन कुमार (सुंदरनगर), दीपक कुमार (मंडी) – मीडिया सचिव अन्य सदस्यों में मनी राम, राकेश, गुरुदेव, नजमा देवी, हरदेश, मनोहरलाल, राजेंद्र गुलेरिया, पूजा शर्मा, गिरधारी लाल, सोहन लाल, जसवंत, संतोष कुमार, घनश्याम, राजेश, भागीरथ सहित यूनिट सचिवों को शामिल किया गया।

यूनियन ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण लेकिन निर्णायक आंदोलन के लिए तैयार हैं।

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