उझी घाटी के आराध्यदेव ऋषि जमदग्नि व ऋषि पराशर दशौहर में शाही स्नान कर देवालय लौटे ।
उझी घाटी के आराध्यदेव ऋषि जमदग्नि व ऋषि पराशर दशौहर में शाही स्नान कर देवालय लौटे ।
मनाली : ओम बौद्ध /
उझी घाटी के दशौहर में शाही स्नान कर दैवीय शक्तियां लेकर मनाली के आराध्यदेव ऋषि जमदग्नि व ऋषि पराशर व कंचन नाग अपने देवालय लौट आए हैं। देवताओं के साथ अन्य देवी देवताओं के कारकुन भी पवित्र झील पहुंचे। दशौहर झील में वीरवर को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। जगत की भलाई के लिए दैवीय शक्तियां लेने जैसे ही आराध्यदेव ऋषि जमदग्नि व ऋषि पराशर व कंचन नाग 14 हजार फीट ऊंची दशौहर झील पहुंचे तो माहौल भक्तिमय हो गया और देवताओं के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। देवताओं ने देव विधि पूर्वक सभी कार्य पूरे किए और शाही स्नान किया। देवताओं के शाही स्नान करने के बाद ढाई हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र झील में आस्था की डुबकी लगाई। मीलों पैदल चलकर एक ही दिन में श्रद्धालु दशौहर में स्नान कर कुलंग देवालय पहुंचे।देवालय में श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया।
बुधवार को देवता अपने कारकूनों संग दशौहर झील के लिए रवाना हुआ। रात को श्रद्धालु देवताओं के साथ मढ़ी में ठहरे। सुबह पांच बजे मढ़ी से रवाना हुए और साढ़े दस बजे दशौहर झील पहुंच गए। दैवीय शक्तियां लेने के बाद वापसी में देवता कहीं नहीं रुके। मढ़ी में देवताओं के श्रद्धालुओं ने शाम तीन प्रसाद ग्रहण किया और छह बजे देवालय पहुंच गए। ग्रामीण जगदीश, ढाले राम, पूर्व चंद व घनश्याम ने बताया कि हालांकि हर दस साल बाद देवता दैवीय शक्तियां लेने दशौहर झील जाते हैं लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ देखने को मिली है। उन्होंने बताया कि वीरवार को दशौहर झील में।आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। उन्होंने कहा कि दैवीय शक्तियां का ही परिणाम है कि बुधवार तक झमाझम बारिश होने के बाद वीरवर को घाटी में धूप खिली। उन्होंने बताया कि पल भर के लिए बारिश हुई लेकिन दिन भर धूप खुलने से राहत मिली।
आराध्यदेव जमदग्नि ऋषि के गुर मंगल चंद ठाकुर व पराशर ऋषि के गुर इंद्र चंद्र ने बताया कि आराध्यदेव पवित्र
दशौहर झील में शाही स्नान कर दैवीय शक्तियां लेकर लौट आए है।
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