भारतीय युवा मुक्केबाज वरुण वालिया ने रचा इतिहास, विश्व मंच पर चमका हिमाचल का सितारा
भारतीय युवा मुक्केबाज वरुण वालिया ने रचा इतिहास, विश्व मंच पर चमका हिमाचल का सितारा
मंडी : अजय सूर्या /
उज़्बेकिस्तान में आयोजित विश्व युवा सवात चैंपियनशिप 2025 में भारत के युवा मुक्केबाज वरुण वालिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इस उपलब्धि के साथ वरुण न केवल भारत के पहले सवात विश्व युवा पदक विजेता बने, बल्कि उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत के मुक्केबाजी भविष्य की नई उम्मीदें भी जगाईं।
वरुण वालिया हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के बल्ह उपमंडल के मलवाना गांव से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने 48 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लेते हुए दो मुकाबलों में जीत दर्ज की और कड़े संघर्ष में कांस्य पदक अपने नाम किया।
भारत के लिए यह प्रतियोगिता भी ऐतिहासिक रही, क्योंकि टीम इंडिया का यह विश्व युवा सवाते चैंपियनशिप में पहला पदार्पण था।
इस उपलब्धि पर बल्ह के लोकप्रिय विधायक इंद्र सिंह गांधी वरुण वालिया के घर पहुंचे और उन्हें टोपी व शॉल पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने वरुण को बधाई देते हुए कहा कि "यह उपलब्धि पूरे क्षेत्र और प्रदेश के लिए गर्व की बात है।"
सवात एसोसिएशन इंडिया के टेक्निकल डायरेक्टर नवजोत भरजोत ने कहा,
"हमारे मुक्केबाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह से आगे बढ़ते देखना गर्व की बात है। वरुण ने सबसे कठिन भार वर्ग में जबरदस्त जज़्बा दिखाया। वह सही मायनों में भविष्य के सितारे हैं।"
इस चैंपियनशिप में हिमाचल की एक और प्रतिभा, 52 किलोग्राम भार वर्ग में होमानी ठाकुर ने भी बेहतरीन प्रदर्शन कर देश का मान बढ़ाया। वह सराज विधानसभा क्षेत्र के गांव शिकावरी, तहसील थुनाग से संबंधित हैं।
इस सफलता के पीछे कोचों की कड़ी मेहनत भी रही। जिला मंडी सवात संघ के कोच पंकज कुमार, राष्ट्रीय कोच संतोषी शर्मा और हिमाचल प्रदेश सवात संघ के महासचिव द्वारा बच्चों को श्रेष्ठ प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिसका प्रतिफल अब सामने आने लगा है।
हालांकि गोल्ड पोडियम पर तिरंगा और राष्ट्रगान की प्रतीक्षा अभी शेष है, लेकिन भारत अब उस दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है।
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