कृषि वि.वि. पालमपुर ने सिद्धपुर-घाड़ में आयोजित किया पशु स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर - Smachar

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कृषि वि.वि. पालमपुर ने सिद्धपुर-घाड़ में आयोजित किया पशु स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर

 कृषि वि.वि. पालमपुर ने सिद्धपुर-घाड़ में आयोजित किया पशु स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर


पालमपुर : केवल कृष्ण /

चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर (कृषि वि.वि. पालमपुर) के पशु चिकित्सा विकृति विज्ञान विभाग द्वारा “अनुसूचित जाति समुदाय में पशुधन एवं अश्व आबादी के वैज्ञानिक हस्तक्षेप द्वारा संवर्धन” विषय पर आधारित एक दिवसीय पशु स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर का आयोजन सिद्धपुर -घाड़ (पशु चिकित्सालय भरमाड़ के अंतर्गत) किया गया। यह परियोजना राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र द्वारा प्रायोजित है।

शिविर का नेतृत्व विभागाध्यक्ष डॉ. आर. के. असरानी एवं परियोजना प्रमुख अन्वेषक डॉ. राकेश कुमार द्वारा किया गया। शिविर का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति समुदाय के पशुपालकों को वैज्ञानिक पद्धतियों से पशुधन, विशेषकर अश्व एवं दुग्ध पशुओं के पालन, स्वास्थ्य एवं पोषण प्रबंधन के बारे में जागरूक करना रहा।

इस अवसर पर चयनित प्रगतिशील पशुपालकों को आवश्यक दवाइयाँ, कृमिनाशक दवाएं तथा पोषण सामग्री निःशुल्क वितरित की गई। साथ ही रोगों की पहचान, रोकथाम एवं उपचार से जुड़ा व्यवहारिक प्रशिक्षण भी विशेषज्ञों द्वारा दिया गया।

कार्यक्रम में डॉ. अभय वर्मा, पशु मादरोग विशेषज्ञ, पशु चिकित्सालय भरमाड़ तथा उनके स्टाफ की विशेष भूमिका रही। उन्होंने क्षेत्रीय पशुपालकों को स्थानीय जलवायु एवं परिस्थितियों के अनुसार वैज्ञानिक पशुपालन के महत्व को समझाया।

डॉ. वर्मा ने पशुओं में सामान्य मादरोग समस्याओं तथा उनकी रोकथाम से संबंधित बहुमूल्य जानकारी भी प्रदान की, जिससे पशुपालकों को गर्भाधान, प्रसव तथा प्रजनन संबंधी जटिलताओं को समझने और समय पर उचित उपचार हेतु जागरूकता प्राप्त हुई। 

डॉ. राकेश कुमार ने पशु रोगों एवं विकृति विज्ञान पर विस्तार से चर्चा करते हुए पशुपालकों को आमतौर पर देखे जाने वाले रोगों की समय पर पहचान, उनके निदान तथा उपचार के वैज्ञानिक उपायों की जानकारी दी। उन्होंने पशुपालकों को वैज्ञानिक पशुपालन अपनाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि पशु स्वास्थ्य ही आजीविका की मजबूती की नींव है। ज्वाली से राजेश कतनौरिया कि रिपोर्ट !

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