सनातन राष्ट्र होने के कारण देश का नाम भारत प्रख्यात था ,देश को भारत कहने पर गर्व होना चाहिए:- परमजीत गिल
सनातन राष्ट्र होने के कारण देश का नाम भारत प्रख्यात था ,देश को भारत कहने पर गर्व होना चाहिए:- परमजीत गिल
बटाला : अविनाश शर्मा /
हिमालय परिवार संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष परमजीत सिंह गिल ने कहा कि अब तक हम देश को 'भारत' और 'इंडिया' दोनों नामों से पुकारते रहे हैं। लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि कौन सा नाम सही है, भारत या इंडिया। इसलिए यह बताना ज़रूरी है कि सनातन राष्ट्र होने के कारण देश का नाम भारत था और हमें अपने देश का नाम विश्व मानचित्र पर भारत के रूप में लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत हज़ारों साल पुराना है और यहीं वैदिक सभ्यता का निर्माण हुआ, जिसे सनातन धर्म भी कहा जाता है। भारत मानव सभ्यता का पहला राष्ट्र था क्योंकि सृष्टि की रचना के बाद ब्रह्मा के पुत्र मनु ने इस देश का शासन-प्रबंध संभाला था।
उन्होंने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि प्राचीन संस्कृति से जुड़े होने के कारण और हज़ारों साल पुराने हमारे राष्ट्र को अब फिर से उसके पुराने और प्रचलित नाम से संबोधित और प्रचारित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इससे पहले 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों को एक निमंत्रण भेजा गया था जिसमें 'भारत के राष्ट्रपति' लिखा था। जबकि इससे पहले इंडिया के राष्ट्रपति' लिखा होता था।
हालाँकि यह पहल सरकार द्वारा की गई थी, फिर भी आम लोगों में कम जागरूकता के कारण कुछ लोग देश को भारत कहने में झिझक रहे हैं, जबकि हम सभी को भारत कहने पर गर्व महसूस करना चाहिए।
कोई टिप्पणी नहीं