जॉब ट्रेनी पॉलिसी के खिलाफ भड़के विधायक इंद्र सिंह गांधी, कहा– युवाओं के साथ धोखा कर रही सुक्खू सरकार
जॉब ट्रेनी पॉलिसी के खिलाफ भड़के विधायक इंद्र सिंह गांधी, कहा– युवाओं के साथ धोखा कर रही सुक्खू सरकार
नेरचौक : अजय सूर्या /
अजय सूर्या नेरचौक बल्ह विधानसभा क्षेत्र से विधायक इंद्र सिंह गांधी ने मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की नई जॉब ट्रेनी पॉलिसी 2025 को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस योजना को युवाओं के साथ एक और छल करार देते हुए कहा कि यह नीति न तो रोजगार देने वाली है और न ही पारदर्शिता सुनिश्चित करती है, बल्कि इससे भ्रष्टाचार, पक्षपात और शोषण को बढ़ावा मिलेगा।
इंद्र सिंह गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ग्रुप-ए, बी और सी के पदों पर सीधी भर्ती के बजाय ट्रेनी के नाम पर सस्ती श्रमशक्ति हासिल करना चाहती है, ताकि उन्हें पूर्ण वेतन न देना पड़े। उन्होंने कहा, "इस नीति का उद्देश्य योग्य उम्मीदवारों को रोजगार देना नहीं बल्कि खजाना भरना है।"
उन्होंने चिंता जताई कि इस पॉलिसी में स्वायत्त निकायों और एजेंसियों की भूमिका स्पष्ट नहीं है, जिससे चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की आशंका बनी रहती है। इसके अलावा, ट्रेनी को समान कार्य के बावजूद पूरी सुविधाएं और अधिकार नहीं दिए जाएंगे, जिससे उनका शोषण होगा।
विधायक ने यह भी सवाल उठाया कि सरकार अब तक 31 महीनों में सिर्फ 900 नियमित नियुक्तियां ही दे पाई है, जबकि बाकी अधिकतर नियुक्तियां कच्चे आधार पर की गई हैं। उन्होंने कहा, "अब इस नीति के तहत नियुक्त व्यक्ति भी पक्की नौकरी के लिए वर्षों तक इंतजार करता रहेगा। सरकार 24 महीने बाद एक और टेस्ट लेगी, जिसमें देरी तय है।"
इंद्र सिंह गांधी ने कहा कि इस नीति से युवाओं में असुरक्षा की भावना बढ़ेगी और मानसिक तनाव व आर्थिक दबाव भी। उन्होंने चेताया कि "यह पॉलिसी पेशेवरता और प्रशासनिक सुधार के नाम पर युवाओं को गुमराह करने की कोशिश है। इससे साफ है कि सुक्खू सरकार युवा विरोधी है।"
उन्होंने सरकार से इस नीति को तुरंत रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि भाजपा इस मुद्दे को जन आंदोलन का रूप देगी और युवाओं के हक की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेगी।
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