चम्बा की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर "निर्माण 2022" के अंतिम दिन के कार्यक्रम का आयोजन हुआ - Smachar

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चम्बा की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर "निर्माण 2022" के अंतिम दिन के कार्यक्रम का आयोजन हुआ


चंबा:जितेन्द्र खन्ना/ आज राजकीय महाविद्यालय चम्बा की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर "निर्माण 2022" के सातवें एवम अंतिम दिन के कार्यक्रम का आयोजन हुआ । उक्त जानकारी देते हुए कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर अविनाश ने कहा कि समापन समारोह के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शिव दयाल जी ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की । सर्वप्रथम राष्ट्रीय गीत से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । उसके उपरांत मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों द्वारा मां शारदा की प्रतिमा के सम्मुख पुष्पार्पण करके औपचारिक शुभारम्भ किया । इसके बाद कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर अविनाश द्वारा मुख्यातिथि व विशिष्ट अतिथियों का औपचारिक स्वगत किया व सात दिनों का लेखा जोखा कैम्प रिपोर्ट के माध्यम से रखा । इसके बाद स्वयंसेवियों में काजल, बंदना, ज्योति द्वारा प्रस्तुत देश रंगीला-रंगीला मेरा रंगीला गीत पर नृत्य कर के सभी को नाचने पर मजबूर कर दिया। अंजलि ने मनमोहक नृत्य से सभी का मन मोह लिया । ईशा की शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुति मोहे रंग दो लाल ने माहौल को खुशनुमा बना दिया । हितेन और कनु के चंब्याली युगल नृत्य घर छतराड़ी डेरा राखा मैरेया प्यारूआ भी सभी को बहुत भाया । नेहा के एकल नृत्य वे तू लॉन्ग वे मैं लाची ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अपने सम्बोधन में मुख्यातिथि द्वारा सबसे पहले सात दिवसीय विशेष शिविर के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी ।

उन्होंने स्वयंसेवियों द्वारा सृजनात्मक गतिविधियों की खूब प्रशंसा की व कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य प्राप्ति के लिए आप सब का समर्पण प्रशंसनीय है । आप सब इस महाविद्यालय के विकास के आधार स्तम्भ हैं । उन्हीने कहा कि हम साक्षर बनें, साक्षरता का प्रकाश फैलाएं तभी साक्षर भारत व आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की जा सकती है । नाशखोरी अन्य सामाजिक कुरीतियों को दूर भगाएँ । स्वस्थ रहें, स्वस्थ भारत होगा तभी आत्मनिर्भर भारत बनेगा। हमें संस्कारित भारत बनाना है । नैतिक मूल्यों को आत्मसात करें तभी भारत विश्वगुरू, समृद्ध भारत, सम्पन्न भारत और आत्मनिर्भर भारत बन सकता है। आंतरिक और बाहरी स्वच्छता को अपनाएं । सत्य एक है, उसको पाने के मार्ग अलग अलग हैं। अनुशासन एवं संयम को आत्मसात करें। सभी के सुख में सुखी और सभी के दुख में दुःख महसूस करें। अंत में स्वयंसेवियों द्वारा बेहतरीन हिमाचली नाटी प्रस्तुत की गई जिसपर सभी झूमते नज़र आये ।

प्रोफेसर निशा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया । प्रोफेसर अविनाश व प्रोफेसर निशा द्वारा मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । मुख्यातिथि द्वारा सभी अतिथियों व उत्कृष्ठ स्वयंसेवियों को समृति चिन्ह देकर सम्मनित किया गया । सुनीता देवी, अंजली, हितेन कुमार, भुवनेश कुमार व संजीव कुमार उत्कृष्ठ स्वंयमेसवी चुने गए । इस अवसर पर प्रोफेसर परविंदर कुमार, डॉ हेमन्त पल, मनेश वर्मा, डॉ तेज सिंह, डॉ चमन सिंह, डॉ संतोष, रविन्द्र सिंह, हितेश सलवानिया, अधीक्षक ग्रेड 1 मोनिका ठाकुर, रश्मि नरयाल, कार्यालय अधीक्षक श्री इंद्र सिंह, कार्यक्रम अधिकारियों में प्रोफेसर अविनाश, प्रोफेसर निशा व स्वयंसेवियों में स्वयंसेवियों में पमेश कुमार, सुनील, अंकित, पंकज, कल्पना शर्मा, सोनू खान, लक्ष्मी वशिष्ठ, संजीव, ज्योति, सुनीता, निहारिका, प्रियंका, अंजली, हिमानी, विशाल, ईशा, वंदना, शिवानी, पलक, हितेन, नरेंद्र, सुनील, नितिका, स्नेहा, दीपक, मोहित, भुवनेश, साक्षी, प्रांजल ठाकुर, कनु देवी, अनिता इत्यादि उपस्थित रहे ।

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