हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में विद्यार्थी परिषद की सांकेतिक भूख हड़ताल हुई प्रारंभ- करण भटनागर - Smachar

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हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में विद्यार्थी परिषद की सांकेतिक भूख हड़ताल हुई प्रारंभ- करण भटनागर

एसपीयू मंडी का दायरा घटाने पर प्रदेश भर के प्रत्येक शिक्षण संस्थान में सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता- आकाश नेगी

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में विद्यार्थी परिषद की सांकेतिक भूख हड़ताल हुई प्रारंभ- करण भटनागर

( शिमला ब्यूरो गायत्री गर्ग )

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा है कि एसपीयू का दायरा घटाने पर प्रदेश भर के शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इसी के तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा विभिन्न मांगो को लेकर 24 घंटे की सांकेतिक भूख हड़ताल का प्रारंभ किया गया। आकाश नेगी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के दायरे को 5 जिलों से घटा कर 3 जिलों तक कर दिया है। सरकार के इस निर्णय से उस विश्वविद्यालय से सुविधा प्राप्त करने वाले हजारों छात्रों को क्षति पहुंची हैं।

विद्यार्थी परिषद की दूसरी मांग है कि लगभग 10 सालों से प्रदेश में बंद पड़े छात्र संघ चुनावों को बहाल किया जाए व छात्रों को उनका लोकतांत्रिक अधिकार पुन: प्रदान किया जाए। इसके अलावा विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय की समस्याओं को उजागर करते हुए मांग रखी की विश्वविद्यालय की घटिया ईआरपी प्रणाली में सुधार लाया जाए। लंबे समय से कई विद्यार्थी छात्रावास आबंटन सूची का इंतजार कर रहे हैं। विश्वविद्यालय की इस सत्र की सभी कक्षाएं सुचारू रूप से चल पड़ी हैं। छात्रावास आबंटन की सूची ना आने के कारण विद्यार्थियों के भारी भरकम धनराशि चुका कर कमरे लेकर रहना पड़ रहा है। 

विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने मांग रखी है की प्रदेश के सबसे पुराने विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तुरंत लागू किया जाए। ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके।

विद्यार्थी परिषद ने यह चेतावनी देते हुए सप्ष्ट किया है की यदि समय रहते इन मांगों को पूरा न किया गया तो विद्यार्थी परिषद प्रदेश स्तर पर आंदोलन पर उतर आएगी जिसकी जिम्मेदार प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन दोनो होंगें।



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