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देश का मूड देखकर मोदी ने किया 400 पार का दावा : परमजीत सिंह गिल

 देश का मूड देखकर मोदी ने किया 400 पार का दावा : परमजीत सिंह गिल

 अनुसूचित जाति , अनुसूचित जनजाति और ओबीसी विरोधी थे दिवंगत प्रधान मंत्री नेहरू  


 कांग्रेस की केंद्र सरकारों ने ज्यादातर समय लोकतंत्र का गला घोंटा है

 बटाला (अविनाश शर्मा, संजीव नैयर)लोकसभा क्षेत्र गुरदासपुर के वरिष्ठ नेता एवं हिमालय परिवार संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष परमजीत सिंह गिल ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक देश की जनता तीसरी बार मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए बेसब्री से लोक सभा चुनाव का इंतजार कर रही हैं और देशवासियों के इसी उत्साह और मूड को देखने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार 400 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतने का दावा किया है।

 गिल ने कहा कि मोदी ने कभी भी हवा में बातें नहीं की हैं, वह देश की नब्ज पहचानकर ही बयान देते हैं, जिसका बहुत गहरा और दूरगामी महत्व है। 2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के 300 सीटों के दावे पर नजर डालें तो बीजेपी ने 303 सीटों पर जीत हासिल की थी और इस बार भी अगर मोदी ने 400 सीटों का दावा किया है तो निश्चित रूप से देशवासियों की आवाज ही प्रधानमंत्री की आवाज है।

 गिल ने कहा कि आज गांधी परिवार एएस, एसटी और ओबीसी समुदाय को अपने हक में एकजुट करने की पुरजोर कोशिश कर रहा है, लेकिन सच तो यह है कि पंडित जवाहर लाल नेहरू इसके सबसे ज्यादा विरोधी थे, उन्होंने हमेशा आरक्षण का विरोध किया था। इसीलिए कांग्रेस सरकारों ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को नहीं हटाया क्योंकि यह एएस.एसटी और ओबीसी समुदाय को उनके अधिकारों से वंचित करता रहा है।

 गिल ने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर एएस एसटी और ओबीसी समुदाय को अधिकार दिया है, जिससे अब गांधी परिवार और कांग्रेस बौखला गए हैं और अपनी राजनीतिक डूबती नैया को बचाने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं

गिल ने कहा कि पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबे विरोधी जांच एजेंसियों पर हमले कर रहे हैं, लेकिन अगर कांग्रेस की केंद्र सरकारों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा कांग्रेस की सरकारों में ही लोकतंत्र का गला घोंटा गया है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकारों के दौरान कई राज्य में गैर कांग्रेसी सरकारें रातोंरात भंग कर दी गईं और आपातकाल जैसे हालात पैदा हो गए।

 गिल ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों के दौरान माननीय अदालतों ने भी सीबीआई जैसी एजेंसियों को कांग्रेस की कठपुतली और पिंजरे का तोता करार दिया था।

 गिल ने कहा कि यह गांधी परिवार और कांग्रेस की राष्ट्र-विरोधी नीतियों के कारण है कि जो पार्टी लंबे समय तक देश की सत्ता में रही है, वह अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है।

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