शहीद स्मारक में चार्जिंग स्टेशन बनाना शहीदों का अपमान: विश्व चक्षु
शहीद स्मारक में चार्जिंग स्टेशन बनाना शहीदों का अपमान: विश्व चक्षु
बोले सुक्खू सरकार लोगों को सुविधाएं कम दुविधाएं ज्यादा दे रही
कहा सरकार फैसला बदले नहीं तो सड़कों पर होगा विरोध
धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश भाजपा के मीडिया सह-प्रभारी एडवोकेट विश्व च़क्षु ने प्रेस को जारी एक ब्यान में धर्मशाला शहीद स्मारक की भूमि पर वाहन चार्जिंग स्टेशन बनाने पर कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए इसे शहीदों का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब से सुक्खू सरकार सत्ता में आई है तब से व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर ऐसे कारनामों को अंजाम देने की कोशिश करने में लगी हुई है, जिससे लोगों को सुविधाएं कम दुविधाएं ज्यादा देखने को मिल रही है हैं। उन्होंने कहा कि जहां पर वाहन चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी चल रही है उसे अभी पार्किंग के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है, जहां लगभग 15 से 20 छोटे वाहन की पार्क होते हैं तथा यह स्थान शहीद स्मारक का फ्रंट एरिया हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस स्थान पर वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित होता है तो इससे शहीद समारक की सुरंदरता को तो ग्रहण लगेगा ही साथ में यह स्थान एक बाहन अडडा बनकर रह जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सुक्खू सरकार के पास न तो सरकार चलाने का अनुभव है और न ही सरकार नीति बद्व तरीके से काम कर रही है। पिछले अढाई वर्षों से जनता सरकार की नीतियों व कारागुजारियों से तंग हो चुकी है। सरकार ऐसी योजनाओं पर काम करना चाहती है जो न तो धरातल पर सही ढंग से खड़ी होंगी ओर न ही उनका कोई ओचित है। विश्व चक्षु ने कहा कि धर्मशाला का शहीद स्मारक शहीदों की याद व उनके परिजनों व जनता की भावनाओं से जुड़ा एक स्थल है। ऐसे में सरकार वाहन चार्जिंग स्टेशन के नाम पर शहीदों की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शहीदों की भूमि से खिलबाड़ करना चाहती है। उन्होंने कहा सरकार को यहां शहीदों की याद में विकास की वो गाथा लिखनी चाहिए जिसे हर कोई याद करे, परंतु सरकार व प्रशासन घटिया सोच से कार्य करने में उतारु है, जिसका सड़कों पर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाहन चार्जिंग स्टेशन के लिए धर्मशाला में कई जगहों पर भूमि खाली पड़ी हुई हैं, परंतु सरकार ने शहीद स्मारक की भूमि का चयन कर शहीदों के परिजनों को भी दुख पहुंचाने का काम किया है। इससे कारण समस्त जनता, पूर्व कर्मचारियों व शहीदों के परिजनों में भारी रोष पैदा हो चुका है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अपने फैंसले को नहीं बदला तो सरकार के खिलाफ जनता सड़कों पर उतरने को तैयार बैठी हुई है।
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