करुणा पूर्ण व्यवहार के संकल्प के साथ शिक्षकों की सी लर्निंग कार्यशाला समाप्त
करुणा पूर्ण व्यवहार के संकल्प के साथ शिक्षकों की सी लर्निंग कार्यशाला समाप्त
मनाली : ओम बौद्ध /
हिमालय बौद्ध संस्कृति संरक्षण द्वारा इमोरी विश्वविद्यालय एवं पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से हिमालय क्षेत्र के शिक्षकों के लिए आयोजित के लर्निंग अध्ययन की चार दिवसीय कार्यशाला का समापन आज हिमालय बौद्ध संस्कृति विद्यालय बटाहार बिहाल में हो गया।
सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए कार्यशाला के आयोजन तथा हिमालय बौद्ध संस्कृति संरक्षण सभा के अध्यक्ष लामा गेशे लामा छोसफेल जोत्पा ने सी लर्निंग अध्ययन के प्रतिपादक परम पावन दलाई लामा के स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन हेतु भगवान बुद्ध से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि सी लर्निंग के अंतर्गत शिक्षकों को सामाजिक भावनात्मक तथा नैतिक प्रशिक्षण दिया जाता है ऐसे ही शिक्षक ही विद्यार्थियों को चुनौतियों का सामना करने में समर्थ बना सकेंगे।
इमोरी विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ लोबजंग तन्जिन नेगी एवं डॉ० सोन्ड्यू साम्फेल, पीरामल फाउंडेशन के कार्यक्रम निदेशक ( राजस्थान) ईशानशर्मा तथा तृप्ति मिश्रा बिहार और हिमाचल प्रदेश सी लर्निंग के कार्यक्रम प्रबंधक राजेंद्र ठाकुर ने कई सामूहिक गतिविधियों के माध्यम से परस्पर निर्भरता करुणा शांति तथा परस्पर सहयोग का प्रशिक्षण दिया।
तिब्बत देश के संपादक प्रो० श्याम नाथ ने सामूहिक चर्चा में बताया कि एक कप में चाय भी असंख्य लोगों का प्रत्यक्ष या परोक्ष सहयोग है ।प्रत्येक कार्य, वस्तु और व्यक्ति के प्रति हमें अपनापन तथा कृतज्ञता का भाग रखना चाहिए। विद्यार्थियों में हम इस भाव को मजबूत करने से समाज में बहुत बड़ा हित होगा।
अंतिम दिन चर्चा में लामा छत्पेन नेगी, हिमालय बौद्ध संस्कृति विद्यालय की प्राचार्या पालकी ठाकुर ,जालम्बर सिंह मुख्याध्यापक नमगया, सोनम लुंडूप आदि प्रतिभागियों ने भी विद्यार्थियों में निहित प्रतिभा को अच्छी तरह से निखारने पर बल दिया ।
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