आपसी भाईचारे का प्रतीक ईद उल फितर का त्यौहार चम्बा में बड़ी धूमधाम से मनाया गया
आपसी भाईचारे का प्रतीक ईद उल फितर का त्यौहार चम्बा में बड़ी धूमधाम से मनाया गया
चम्बा : जितेन्द्र खन्ना / आपसी भाईचारे का प्रतीक ईद उल फितर का त्योहार आज चम्बा जिला में बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष पर चम्बा के चौगान नंबर 5 व पक्का टाला मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद उल फितर की नमाज अदा की तथा एक दूसरे को गले लगाकर ईद की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर हिंदू मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आपस में गले मिलकर इस त्यौहार को खुशियों से मनाया। नमाज अता करने के पूर्व जामा मस्जिद चम्बा के इमाम मोहम्मद यासीन रजा ने उपस्थित जमात को ईद उल फितर के महत्व के बारे में बताया तथा आपसी भाईचारे के साथ जीवन यापन करने का आह्वान किया। इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों ने भी भाग लिया वह आकर्षक पोशाकों में सुसज्जित होकर नमाज अदा करने पहुंचे थे।
गौर हो कि ईद का पर्व पूरी दुनिया में भाईचारे का पैगाम लेकर आता है। पूरे 1 महीने में रोजा की भूख और प्यास के अद्भुत एहसास के बाद यह खाने खिलाने का दिन होता है। बच्चे बूढ़े तथा जवान सभी नए-नए कपड़ों से सजे एक दूसरे से गले मिल ईद की पाक मुबारकबाद देते दिखाई देते।
ईद से पहले पूरा महीना सभी मुस्लिम समुदाय के लोग रोजे रखते हैं सुबह से लेकर शाम तक बिना कुछ खाए पिए वह अला की इबादत में लगे रहते हैं। पिछले कल अंतिम रोज़े पर पक्का टाला मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इकठा रोजा खोला। इस बीच उन्होंने फल आहार व अन्य मिठाईयां खा कर अपना रोजा खोला।
इस अवसर पर जामा मस्जिद चम्बा के इमाम मोहम्मद यासीन रजा ने बताया कि आज चम्बा में ईद उल फितर का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। उन्होंने कहा कि रोजों के पश्चात आज यह त्यौहार मनाया जाता है तथा सभी लोग ईद की नमाज अदा करते हैं। इस ईद पर हिंदुस्तान में सुख शांति की कामना की जाती है तथा सब परेशानियों से मुक्ति के लिए अल्लाह से अरदास की जाती है। उन्होंने कहा कि चम्बा में सभी धर्मों के लोग एक दूसरे के त्योहारों में मिलजुल कर भाग लेते हैं और एक दूसरे को मुबारकबाद देते हैं।
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