विश्व की सबसे लंबी नील नदी के जल से श्री राम मंदिर गर्भ का होगा जलाभिषेक, पालमपुर के राजीव शर्मा भारत लाए इस जल को
विश्व की सबसे लंबी नील नदी के जल से श्री राम मंदिर गर्भ का होगा जलाभिषेक, पालमपुर के राजीव शर्मा भारत लाए इस जल को
पालमपुर: केवल कृष्ण / कलश वंदन राम सेवक अभिनंदन समारोह मुख्य अतिथि शांता कुमार एवं अध्यक्ष लेख राज राणा, प्रांत अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद और चार संस्थाओं की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ ।
आपको बता दें कि इंशाफ संस्था ,भारतीय जन सेवा संस्था ,श्री गीता विद्यापीठ , ओम मंगलम द्वारा पालमपुर से शुरू हो कर 6 लोगों का समूह अयोध्या जाएगा और भव्य राम मंदिर के गर्भ गृह में जलाभिषेक होगा।
पालमपुर के एक युवा द्वारा विश्व की सबसे लंबी नील नदी के जल को पालमपुर में विधिवत पूजा अर्चना के पश्चात अयोध्या रवाना किया जाएगा। 23 अप्रैल को अयोध्या में विश्व के 155 देशों की नदियों के पानी से श्री राम मंदिर गर्भ का जलाभिषेक किया जाना तय हुआ है पालमपुर के राजीव शर्मा को नील नदी के जल को भारत लाने का दायित्व सौंपा गया ऐसे में अब 20 अप्रैल को पालमपुर के रोटरी भवन में पूजा अर्चना के पश्चात जल को अयोध्या के लिए भेजा जाएगा ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि शांता कुमार ने कहा की इसी छोटे से पालमपुर के रोटरी के अंदर राम मंदिर के लिए प्रस्ताव पारित किया था आज वो संकल्प पूरा होता दिख रहा है और दुनिया की सभी नदियों से और विश्व की सबसे लंबी नदी नील नदी का पानी राजीव शर्मा लाए है और पूजा अर्चना के साथ अयोध्या ले जाया जाएगा।
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