वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर प्रतिबन्ध के बाद हो रही खेती, विभाग बना मूकदर्शक - Smachar

Header Ads

Breaking News

वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर प्रतिबन्ध के बाद हो रही खेती, विभाग बना मूकदर्शक

 वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर प्रतिबन्ध के बाद हो रही खेती, विभाग बना मूकदर्शक

राजनीतिक संरक्षण की आड़ में कांग्रेस के ओहदेदार कर रही खेती



 पौंग झील किनारे खाली पड़ी वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर साधन संपन्न परिवारों द्वारा प्रतिबन्ध के बावजूद खेती करना शुरू कर दिया है तथा रात के अंधेरे में ट्रैक्टरों से खेती कर रहे हैं। साधन संपन्न परिवारों ने सैंकड़ों एकड़ जमीन को कुरेद डाला है लेकिन वन्य प्राणी विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। जो लोग वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर हल चला रहे हैं वो सब कांग्रेस के पदाधिकारी व जिला कांगड़ा के मंत्री के साथ सांठगांठ है जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि इनको राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। राजनीतिक संरक्षण होने के कारण वन्य प्राणी विभाग इन लोगों पर कार्रवाई करने से कतरा रहा है। पर्यावरण प्रेमी मिलखी राम शर्मा, कुलवंत सिंह, उजागर सिंह , जसवंत सिंह ,महेंद्र सिंह, रविंद्र शर्मा ने कहा कि हरसर, सिद्धाथा, नगरोटा सूरियां, पनालथ, घाड़जरोट, देहरी, झोंका रतियाल, समकेहड़ सहित आसपास के इलाकों में खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर खेती करना प्रतिबंधित है लेकिन एक मंत्री के इशारे पर यह खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा की सरकार होती है तो भाजपा के ओहदेदार खेती कर लेते हैं और अब कांग्रेस की सरकार बनी है तो कांग्रेस के ओहदेदार खेती करने में जुट गए हैं लेकिन इसमें आम जनता को तो कोई फायदा नहीं होता है। उन्होंने वन्य प्राणी विभाग से मांग की है कि प्रतिबन्ध के बावजूद वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर खेती करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।


वन्य प्राणी विभाग के आरओ पविन्दर राणा ने कहा कि वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर खेती करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं