ब्रिटेन PM ऋषि सुनक पहुंचे दिल्ली जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए - Smachar

Header Ads

Breaking News

ब्रिटेन PM ऋषि सुनक पहुंचे दिल्ली जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए

ब्रिटेन PM ऋषि सुनक पहुंचे दिल्ली जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए


दिल्ली एयरपोर्ट पर उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का स्वागत किया।

ऋषि सुनक अपनी पत्नी अक्षता नारायण मूर्ति के साथ आए हैं। आपको बता दें कि भारत में जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक दिल्ली पहुंच गए हैं। बतौर ब्रिटिश पीएम यह उनका भारत का पहला दौरा है

ऋषि सुनक ने दिल्ली पहुंचने से पूर्व ट्विटर पर लिखा था कि वो बहुत ही क्लियर फोकस के साथ जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। उन्होंने खुद को 'भारत का दामाद' कहे जाने पर भी प्रतिक्रिया दी है।

ऋषि सुनक ने लिखा था, ''मैं बहुत ही क्लियर फोकस के साथ जी20 शिखर सम्मेलन में जा रहा हूं। वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करना, अंतर्राष्ट्रीय संबंध बनाना, सबसे कमजोर लोगों का समर्थन करना, यही वह चीज है, जिसपर ध्यान देना है। पुतिन फिर से जी20 में आने में विफल रहे हैं, लेकिन हम यूक्रेन के समर्थन के साथ आएंगे।''

बता दें कि ऋषि सुनक खुद भारतीय मूल के हैं। ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता नारायण मूर्ति भी भारतीय मूल की हैं और पेशे से एक फेशन डिजाइनर हैं।


अक्षता नारायण मूर्ति बहु-राष्ट्रीय आईटी कंपनी इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की बेटी हैं। इनके पास इंफोसिस का 0.93% शेयर है। उस लिहाजे से ऋषि सुनक भारत के दामाद हुए।


अगस्त 2009 में अक्षता और ऋषि सुनक की शादी हुई थी। अक्षता और ऋषि सुनक की मुलाकात स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एमबीए की पढ़ाई के दौरान हुई थी। अक्षता और ऋषि सुनक के दो बच्चे अनुष्का और कृष्णा हैं।

दिल्ली लैंड करने पर भारत की उड़ान में पत्रकारों से बात करते हुए ऋषि सुनक ने कहा कि जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली आना, उनके लिए बहुत ही खास है। ऋषि सुनक ने खुद को 'भारत का दामाद' कहे जाने पर भी कमेंट किया।


ऋषि सुनक ने कहा, ''ये यात्रा स्पष्ट रूप से मेरे लिए खास है। मैंने कहीं देखा कि मुझे 'भारत का दामाद' कहा जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह स्नेहपूर्वक कहा गया होगा।''

कोई टिप्पणी नहीं