मुख्यमंत्री ने गगरेट में 75.10 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया - Smachar

Header Ads

Breaking News

मुख्यमंत्री ने गगरेट में 75.10 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

 मुख्यमंत्री ने गगरेट में 75.10 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

· राज्य को वित्तीय संकट में धकेलने के लिए भाजपा की आलोचना की


· सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिबद्ध

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज ऊना जिले के दौलतपुर चौक में जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पांच साल के अपने शासन के दौरान भाजपा 'डबल इंजन सरकार' का दावा करती रही, लेकिन राज्य के विकास में कोई खास योगदान नहीं दे सकी तथा केन्द्र से ऋण लेकर राज्य को वित्तीय संकट में धकेल दिया।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार राज्य के लोगों के सहयोग से अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए कुछ कठोर निर्णय लेने के लिए कृतसंकल्प है।

मुख्यमंत्री ने दौलतपुर-भद्रकाली सड़क के शेष कार्य के लिए अतिरिक्त धनराशि जारी करने की घोषणा की, जिस पर 15 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि गगरेट अस्पताल के नए भवन के शेष निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए आवश्यक धनराशि जारी की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने लोगों को बताया कि होशियारपुर-नादौन फोरलेन सड़क परियोजना के लिए सर्वेक्षण कार्य पूरा हो चुका है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि शिवबाड़ी मेले को जिला स्तरीय दर्जा दिया जाएगा। इसके अलावा, क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए दौलतपुर चौक और गगरेट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों के रिक्त पदों को जल्द ही भरा जाएगा। मुख्यमंत्री ने पेयजल की कमी के मुद्दे को दूर करने के लिए गगरेट विधानसभा क्षेत्र के जल-संकट वाले क्षेत्रों में ट्यूबवेल लगाने की भी घोषणा की।

उन्होंने यह भी बताया कि हरोली में बल्क ड्रग पार्क की स्थापना को लेकर कुछ चिंताएं थीं। हालांकि, अब पार्क का निर्माण जल्द ही शुरू होने वाला है।

पिछली सरकार की शिक्षा नीतियों की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, जो कभी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मामले में शीर्ष राज्यों में शुमार था, पिछली भाजपा सरकार की दोषपूर्ण नीतियों के कारण 21 वें स्थान पर आ गया है। नतीजतन, छात्रों ने सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने में कम रुचि दिखाई है। कई स्कूलों में अब कक्षा 5वीं से 12वीं तक छात्र-शिक्षक अनुपात कम है। वर्तमान सरकार ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए ऐसे स्कूलों को विलय करने का फैसला किया है।

मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि आजादी के बाद पहली बार मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से हैं और वे नियमित रूप से पेयजल, सिंचाई और आधारभूत संरचना परियोजनाओं को मजबूत करने पर चर्चा करते हैं ताकि जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन में तेजी लाई जा सके।

ऊना जिला राज्य का पहला सौर ऊर्जा संचालित जिला बन गया है। पेखूबेला में 32 मेगावाट, भंजाल में 5 मेगावाट और अघलौर में 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाएं रिकॉर्ड समय में पूरी हो चुकी हैं। इसके अलावा, 163 मेगावाट की संयुक्त क्षमता वाली परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं, जिनमें 500 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है। भविष्य में ऊना न केवल अपनी बिजली की मांग को पूरा करेगा, बल्कि अन्य जिलों को भी बिजली की आपूर्ति करेगा। इसके अलावा, हरोली में एक अत्याधुनिक बल्क ड्रग पार्क बनाया जा रहा है, जिससे हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और ऊना की औद्योगिक उपस्थिति को काफी मजबूती मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि 2022 के चुनाव से ठीक पहले पिछली भाजपा सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। बिना किसी उचित योजना के करीब 600 स्कूल और स्वास्थ्य संस्थान खोले गए। 5,000 करोड़ रुपये की सार्वजनिक संपत्तियां बांटी और बेची गईं। चुनावी लाभ के लिए बड़े होटलों और कारखानों को 2,200 करोड़ रुपये की बिजली सब्सिडी और 800 करोड़ रुपये की पानी सब्सिडी दी गई, जिससे राज्य गंभीर वित्तीय संकट में फंस गया है।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने गगरेट विधानसभा क्षेत्र में 75.10 करोड़ रुपये की लागत की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-III के अंतर्गत अंब-अंबोटा सड़क पर स्वां नदी पर 42.82 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 400 मीटर लंबे बड़े पुल का शिलान्यास, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-III के अंतर्गत गगरेट से ओयल भवा तक तचरा, मवा सिंधियां, शिलांग और लोहारली खड्डों पर 2.70 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले चार पुलों का शिलान्यास शामिल है।

उन्होंने 3.59 करोड़ रुपये की लागत से पिपलूह से अप्पर लोहारली तक जाडला खड्ड पर बनने वाले पुल, 6.46 करोड़ रुपये की लागत से राम मंदिर से बन्ने-दी-हट्टी वाया अप्पर अंदौरा, जट्टां-दा-बेहड़ा, अठवान सड़क पर मेटलिंग और टारिंग कार्य, 2.79 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय महाविद्यालय दौलतपुर चौक के अतिरिक्त भवन की आधारशिला भी रखी।

मुख्यमंत्री ने 2.27 करोड़ की लागत से निर्मित राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय अम्बोटा की कार्यशाला का उद्घाटन किया, शिवपुर और बन्ने-दी-हट्टी में 1.85 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजनाओं, गोंदपुर बनेहरा में 1.03 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित समग्र उठाऊ पेयजल योजना, जल जीवन मिशन के तहत शिवबाड़ी में 1.08 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहु-ग्राम पाइप पेयजल योजना, नकरोह में 3.10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहु-ग्राम पाइप पेयजल योजना, अमलेहड़ और भंजाल में 2.40 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहु-ग्राम पाइप पेयजल योजनाओं का भी उद्घाटन किया।

उन्होंने अप्पर अंदौरा में 1.05 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नलकूप सुधार कार्य, अंदौरा-1 में 1.02 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नलकूप सुधार कार्य, मवा सिंधियां तथा नकरोह में क्रमशः 1.05 करोड़ रुपये तथा 1.07 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नलकूप सुधार कार्य तथा कैलाश नगर में 82.18 लाख रुपये की लागत से निर्मित नये नलकूप निर्माण कार्य का लोकार्पण किया।

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अपने संबोधन में कहा कि गगरेट विधानसभा क्षेत्र में जलापूर्ति योजनाओं पर 170 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इससे पेयजल और सिंचाई की समस्या का स्थायी समाधान होगा। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में जल योजनाओं के लिए धनराशि जारी करने में देरी के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। जबकि राज्य को 2,000 करोड़ रुपए मिलने थे, लेकिन अभी तक केवल 137 करोड़ रुपए ही स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने हिस्से की राशि के लिए जोरदार तरीके से वकालत कर रही है और इसके लिए दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात भी कर चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना राज्य में सबसे तेजी से विकास करने वाला जिला बनकर उभरा है और इसे राज्य के "सोलर हब" के रूप में विकसित किया जा रहा है।

स्थानीय विधायक राकेश कालिया ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उनके निर्वाचन क्षेत्र में अनेक विकास परियोजनाओं को समर्पित करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने विकास से संबंधित अनेक मांगें उठाईं, जिनमें गगरेट अस्पताल भवन के लिए अतिरिक्त धनराशि शामिल है, जिस पर पहले ही सात करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं तथा हाल ही में एक करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से शेष कार्य को पूरा करने के लिए और धनराशि जारी करने का भी आग्रह किया।

उन्होंने लोहारली और मुबारकपुर में 33 केवी सबस्टेशनों के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में तेजी लाने का अनुरोध किया। उन्होंने स्थानीय सड़कों के लिए बजटीय सहायता और शिवबाड़ी मेले को जिला स्तरीय दर्जा देने की भी मांग की।

इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधायक सुदर्शन बबलू, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार, महाधिवक्ता अनूप कुमार रतन, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र कंवर तथा जिला के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं