रणजीत बख्शी जनकल्याण सभा के मानव सेवा कार्यों की सभी लोगों कर रहे प्रशंसा - Smachar

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रणजीत बख्शी जनकल्याण सभा के मानव सेवा कार्यों की सभी लोगों कर रहे प्रशंसा



नूरपुर- संजीव महाजन 


 रणजीत बख्शी जनकल्याण सभा के मानव सेवा कार्यों की सभी लोगों कर रहे प्रशंसा 





नूरपुर विधानसभा में रणजीत बख्शी जनकल्याण सभा मानव सेवा के कार्य , गरीब बिमार परिवारों की मदद ,शिक्षा के स्तर को बढ़ाने, युवा किस तरह कम्पिटीशन की तैयारियां कर सकता है , युवाओं में खेल-कूद के प्रति रुचि बढाने के लिए बहुत बेहतरीन कार्य कर रही है रणजीत बख्शी जनकल्याण सभा के अध्यक्ष अकिल बख्शी की सोच है कि  हर युवा अपनी मेहनत से भविष्य में सफल बने और  किसी भी कम्पिटीशन में वह अपने आप को कमजोर ना समझे ,गरीब बिमार परिवार आर्थिक तंगी होने के बावजूद भी अपने आप को बेसहारा ना समझे । रणजीत बख्शी जनकल्याण सभा पिछले काफी समय से मानव सेवा के कार्य करती आ रही है इस संस्था की शुरुआत स्वर्गीय रणजीत बख्शी ने की थी अब इस संस्था को उनके सुपुत्र अकिल बख्शी चला रहे हैं उनके द्वारा किए जा रहे कार्य आज दूसरों के लिए प्रेरणा के स्रोत बन रहे है और संस्था बिना भेदभाव लोगों की मदद कर रही और युवाओं  के भविष्य को संवारने के कार्य कर रही है पिछले काफी समय से जो कार्य यह संस्था करती आ रही है वह कार्य अगर समय रहते राजनेता बिना भेदभाव से करें तो उनके क्षेत्र में काफी सुधार हो सकता है और किसी को भी मोहताज होने की जरुरत ना पड़े ।






 रणजीत बख्शी जनकल्याण सभा ने कारोना के दौरान लोगों की हर तरीके से मदद की , फिर नूरपूर विधानसभा की हर पंचायत में लाइब्रेरी खोली ,महिला ग्रुप ,महिला मंडल को रोजगार के अवसर बढ़ाने को लेकर सिलाई मशीन दी , युवाओं की स्पोर्ट्स किट दी ,गरीब परिवार जो बिमारी से जूझ रहे परिवारों की हर तरीके कर रहे हैं नूरपूर विधानसभा की हर पंचायत के युवाओं को स्पोर्ट्स किट दी और दे रहे  हैं नूरपूर के कई गांव में स्वयं रोजगार बढ़ाने के कार्य कर रही । रणजीत बख्शी जनकल्याण सभा ने अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए एक ओर पहल शुरू कर दी उन्होंने  ग्राम पंचायत थोड़ा, सुखार व बासा में, यूथ क्लब्स के निवेदन पर, जिम की सुविधा उपलब्ध करवाई I साथ ही युवाओं को ये सुझाव भी दिया कि इन जिमों में आने वाले सभी बच्चों से, सामर्थ्यानुसार, महीने के 50-100 रूपये अवश्य लिए जाएँ I इन पैसों से हो रही आय से, ये यूथ क्लब्स अपने जिमों का रख-रखाव स्वयं कर पाएंगे I आशा है कि आत्मनिर्भरता के इस मॉडल को, ये क्लब्स जल्द ही अमली जामा पहनाएंगे I 

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