त्रि दिवसीय बाल साहित्य उत्सव के दूसरे दिन छ : सत्र आयोजित - Smachar

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त्रि दिवसीय बाल साहित्य उत्सव के दूसरे दिन छ : सत्र आयोजित

 त्रि दिवसीय बाल साहित्य उत्सव के दूसरे दिन छ : सत्र आयोजित


शिमला  : गायत्री गर्ग /

भाषा एवं संस्कृति विभाग तथा किकली चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित किए जा रहे त्रि दिवसीय बाल साहित्य उत्सव के दूसरे दिन कुल छ : सत्र आयोजित किए गए। 

प्रथम सत्र में डॉक्टर जयवंती डिमरी द्वारा लिखित "मेमोरेबल मेमोरीज ऑफ़ भूटान " पुस्तक पर रिदिमा, आर्यन शर्मा, आर्यन वर्मा तथा अंजली ठाकुर ने पुस्तक के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने विचार सांझा किए । इस सत्र में डॉक्टर अंशुल कौशल ने मॉडरेटर की भूमिका निभाई । 

 द्वितीय सत्र में प्रदेश के प्रसिद्ध लेखक श्रीनिवास जोशी की पुस्तक "बेगमू की सू " पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय तथा राजकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राओं प्राची कौशल , प्रियंका, विभूति तथा स्नेहा ने समीक्षा की तथा लेखक की पुस्तक में प्रकाशित 12 कहानियों पर प्रश्न पूछते हुए अपनी जिज्ञासा को शांत किया । इस सत्र में प्रदेश की विख्यात लेखिका व समीक्षक विद्या निधि छाबड़ा ने मॉडरेटर की भूमिका निभाते हुए समीक्षात्मक टिप्पणियां दी । 

कार्यक्रम के तीसरे सत्र में काव्य पाठ का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता पूर्व प्रशासनिक अधिकारी व लेखक के. आर .भारती द्वारा की गई काव्य पाठ सत्र में मन्नत , आभा शर्मा, तान्या रोच, स्नेहा, प्रांशुल , सक्षम शर्मा, आदित्य, अनमोल शर्मा, भव्या, नेहा, व्रही तथा प्रज्वल शर्मा ने अपनी स्वरचित कविताएं प्रस्तुत की ।

चौथे सत्र में प्रदेश के प्रसिद्ध कहानीकार तथा कवि रणजोध सिंह की पुस्तक "आईना "पर शगुन, प्राची तथा शुभम कुमार ने पुस्तक में प्रकाशित कविताओं पर अपनी टिप्पणियां दी । इस सत्र में युवा साहित्यकार विचलित मॉडरेटर की भूमिका में रहे । विचलित ने भी पुस्तक में प्रकाशित कविताओं पर अपनी समीक्षात्मक टिप्पणी दी ।  

 पांचवें सत्र में बच्चों के लिए एक विशेष कला कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों को प्रसिद्ध कलाकार उदय शंकर द्वारा कार्टून बनाने तथा डॉ. हिम चटर्जी के द्वारा चित्रकला की बारीकियां सिखाई गई।

 कार्यक्रम के छठे सत्र में शब्दावली कौशल, नारा लेखन तथा पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। उक्त प्रतियोगिताओं में डॉक्टर मंजू पुरी, डॉक्टर दीपलता, डॉक्टर रीवा तथा डॉक्टर हिमांशु परमार निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे । 

भाषा एवम संस्कृति विभाग के निदेशक डॉ पंकज ललित ने बताया कि 24 मार्च को बाल साहित्य उत्सव के समापन पर सतलुज जल विद्युत निगम की अध्यक्ष एवम प्रबंध निदेशक गीता कपूर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी।

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