प्रधान मंत्री, ग्रह मंत्री और विदेश मंत्री से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने का दिया ज्ञान
प्रधान मंत्री, ग्रह मंत्री और विदेश मंत्री से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने का दिया ज्ञान
नगरोटा सूरियां : प्रेम स्वरूप शर्मा /
लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान की राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य पीसी विश्वकर्मा ने केंद्रीय सरकार के प्रधान मंत्री,ग्रह मंत्री और विदेश मंत्री से नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देने का ज्ञान दिया है क्योंकि हाल ही में भारत पाक झड़प में यह तीनों अपनी भूमिका ठीक ढंग से नहीं निभा पाए।
ग्रह मंत्री ने भारत पाक सीमा पर चौकसी नहीं बढ़ाई और आतंक वादी घुसे और आसानी से अपना आतंक फ़ैला कर चुपचाप निकल लिए। उड़ी पुलवामा और पहलगांव सव ग्रह मंत्रालय का फेलियर है। जिसकी भरपाई फौज को करनी पड़ी और गृह मंत्रालय की लापरवाही की कीमत जान मांल गवां कर चुकानी पड़ी।
दूसरा विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को आतंकी ठिकानों पर हमला करने से पहले क्यों सूचित किया कि भारत आतंकियों का मारने के लिए उनके ठिकानों पर हमला करेगा लेकिन पाक सेना और नागरिकों पर हमला नहीं करेगा, ऐसी सूचना देकर जो निपुण आतंकवादी थे वो पाक सेना ने सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिए और देसी अकुशल आतंकी ही शिकार वने,।ओसामा बिन लादेन जैसे खूंखार आतंकी तो पाकिस्तान ने छुपा ही लिए।। ओसामा तो पाक ने छुपाया,और अमरीका को धोखा दिया तो भारत को क्या समझेगा पाक।
लड़ाई में भारतीय सेना का पलड़ा भारी होता जा रहा था तो क्यों अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप का आदेश मान कर सीज फायर किया यह प्रधानमंत्री की लापरवाही है या असफलता है जिसने सेना के किए कराए पर पानी फेर दिया। विश्वकर्मा ने कहा की उपरोक्त पदों पर आसीन नेता त्याग पत्र दे कर जनता से दोवरा जनादेश लें।
लापरवाही की अरबों रुपए का बोझ जनता पर डाल दिया,कुछ उजड़े सिंदूर का बदला लेने में कितनी भारतीय नारियों के सिंदूर उजाड़ दिए,।
पीसी विश्वकर्मा ने कहा देश की जनता को यह जानने का हक है की सरकार बताए कि भारत पाक तीन दिन की अधूरी लड़ाई जो बिना निष्कर्ष पर पहुंचे रोकी गई कितना जान माल का नुकसान हुआ है।
पीसी विश्वकर्मा ने बीजेपी द्वारा इस अननिर्णायक लड़ाई का भी अनावश्यक श्रेय लेने की लालसा की निंदा की जबकि देश बीजेपी सरकार से खुश नहीं हुआ ,और यह सब के वावजूद बीजेपी अपना फूहड़ प्रदर्शन करती जा रही है।
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