मेगा मॉक ड्रिल भविष्य में आपदा से निपटने में होगी सहायक -उपायुक्त - Smachar

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मेगा मॉक ड्रिल भविष्य में आपदा से निपटने में होगी सहायक -उपायुक्त

 मेगा मॉक ड्रिल भविष्य में आपदा से निपटने में होगी सहायक -उपायुक्त  

 जिला सिरमौर के सभी उप मंडलों में आयोजित हुई मेगा मॉक ड्रिल


नाहन उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सिरमौर प्रियंका वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से 9वीं राज्यव्यापी आपदा प्रबंधन मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन जिला सिरमौर के सभी उप मंडलों में किया गया।

उपायुक्त ने बताया कि उपमंडल नाहन के रूचिरा पेपर मिल कालाअंब में गैस रिसाव से आगजनी की घटना घटित हुई, त्रिलोकपुर कालाअंब को जोड़ने वाले त्रिलोकपुर पुल टुटा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छात्र नाहन में स्कूल भवन गिर गया, इसी प्रकार उपमंडल पच्छाद के अंतर्गत सराहां बाजार में भवन क्षतिग्रस्त हुए, उपमंडल कफोटा के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सतौन का भवन गिरा, उपमंडल राजगढ के अंतर्गत नेहरू ग्राउंड के समीप राजगढ बाजार में भवनों के गिरने की घटना, उपमंडल शिलाई के गांव चानिया तथा उपमंडल संगडाह के अंतर्गत गांव पाबपानी में भू स्खलन की घटना हुई, इसके अतिरिक्ता उपमंडल पांवटा साहिब में यमुना नदी में बाढ़ आई जिसके लिए इन सभी स्थानों पर मेगा मॉक ड्रिल आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि इस मेगा मॉक ड्रिल में भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, आगजनी आदि घटनाओं से प्रतीकात्मक नुकसान के दृष्टिगत बचाव व राहत कार्यों का मॉक अभ्यास किया गया।

उपायुक्त ने बताया कि इन घटनाओं की जानकारी प्राप्त होते ही जिला आपदा प्रबंधन द्वारा सभी विभागों को दिशा निर्देश दिए गए तत्पश्चात सभी विभागों की टीमों ने अपने उपकरणों सहित घटना स्थलों पर पहुंचकर बचाव व राहत कार्य को आरंभ कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि इस आपदा के दौरान जिला में 14 हजार लोगों की मृत्यु तथा 1 लाख 11 हजार लोग घायल हुए।

  उपायुक्त ने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देश पर जिला के सभी उप मंडलों में यह मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के आयोजन का उद्देश्य जहां सभी संबंधित विभागों द्वारा आपदा के समय आपसी समन्वय के साथ किये जाने वाले बचाव एवं राहत कार्यों का पूर्वाभ्य करना था, वहीं आम जन को संभावित आपदा के प्रति जागरूक और शिक्षित करना भी था, ताकि वास्तविक आपदा के समय बचाव और राहत कार्यों को सही प्रकार से अंजाम दिया जा सके।

उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल पूर्वाभ्यास के दौरान बचाव एवं राहत कार्यों में जो भी विषय अनुभव और दिक्कतें सामने आएगी, उन पर जिला स्तर पर विचार विमर्श के उपरांत राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को प्रेषित किया जायेगा ताकि भविष्य में जब कभी वास्तविक आपदा आये तो सभी विभाग मिलकर इससे सही प्रकार से निपट सकें ताकि जान और माल का कम से कम नुकसान हो।

जिला मुख्यालय नाहन में स्थापित जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में मॉक ड्रिल की मॉनिटरिंग के लिए मुख्य रूप से डिप्टी इंसिडेंट कमांडर एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एलआर वर्मा, पुलिस अधीक्षक निश्चिंत नेगी, आपदा प्रबंधन के जिला आर्ब्जवर अमित अंग्रेष, जिला राजस्व अधिकारी चेतन चौहान, कमांडेंट होम गार्ड टी.आर. शर्मा, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग अरविंद शर्मा सहित जिला आपदा प्रबंधन के अधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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