सहकारी संस्थाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में निभा रही अहम भूमिका : यादविंदर गोमा
सहकारी संस्थाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में निभा रही अहम भूमिका : यादविंदर गोमा
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी विकास संघ द्वारा एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन
पंचरुखी हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी विकास संघ द्वारा "अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025" के उपलक्ष्य पर पंचरुखी में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल तथा कानून मंत्री यादविंदर गोमा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। सेमिनार का विषय "सहकारिता में मानव संसाधन विकास और क्षमता निर्माण" रहा ।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में सहकारिता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सहकारी संस्थाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने सहकारी सभाओं को मानव संसाधन के विकास व क्षमताओं के निर्माण के लिए सहकारी आंदोलन की रीढ़ बताया और युवाओं को इससे जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
आयुष मंत्री ने कहा कि सहकारिता से समाज चलता है और किसी इलाके में स्वरोजगार से आर्थिकी को सुदृढ करने के लिए सहकारिता क्षेत्र की अहम भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि पालमपुर वृत के अंतर्गत दी अप्पर लाहला कृषि सेवा सहकारी सभा जन औषधि केंद्र संचालित है जिसके माध्यम से सस्ती जैनेरिक औषधियां आम जन मानस को उपलब्ध करवाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत गांव में बसता है और 70 प्रतिशत से अधिक आबादी कृषि, पशुपालन, बागवानी, डेयरी, मत्स्य इत्यादि से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि अगर देश का किसान खुशहाल होगा तो देश भी खुशहाल होगा और सहकारिता के माध्यम से इस लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सहकारिता में कृषि, खाद्य सामग्री, खाद इत्यादि के अतिरिक्त विविधता लाकर अन्य क्षेत्रों को भी शामिल करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा हिम गंगा योजना आरम्भ की गई है जिसके तहत जिला कांगड़ा के ड़ग्वार में 250 करोड़ रुपए की लागत से दुग्ध प्रसंस्करण सयंत्र स्थापित किया गया है तथा पालमपुर क्षेत्र में 50 नई दुग्ध सहकारी सभाएं पंजीकृत की गई है जिसमें से अधिकतर सहकारी सभाओं द्वारा दुग्ध संयंत्र केंद्र को दूध की आपूर्ति आरम्भ कर दी गई है इसके अतिरिक्त पशुपालकों के उत्थान के लिए प्रदेश सरकार द्वारा गाय तथा भैंस का दूध के खरीद मूल्य में भी वृद्धि की गई है
उन्होंने अधिकारियों को सहकारिता को गंभीरता से लेते हुए गांव गांव में सहकारी समितियां बनाने के निर्देश दिये ताकि सहकारिता आंदोलन को ओर अधिक मजबूत बनाया जा सके तथा उन्होंने हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी विकास संघ के अधिकारियों से आग्रह किया कि इस प्रकार के आयोजन भविष्य में भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएं ताकि अधिक से अधिक संख्या में लोग सहकारी सभाएं के साथ जुड़कर लाभ प्राप्त कर सकें।
इसके उपरांत कैबिनेट मंत्री ने एक पेड़ मां के नाम वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत पौधारोपण किया। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान ने जुड़ने का आह्वान किया ताकि पर्यावरण संरक्षण की ओर सभी अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकें।
इस अवसर पर जिला सहकारी संघ के उपाध्यक्ष करनैल राणा, हिमको फैड के निदेशक रघुवीर सिंह पठानिया, हिमकोफेड के सचिव गौरव जरयाल, जिला सहकारी संघ के निदेशक संजय शर्मा, जिला निरीक्षण अधिकारी सहकारी सभाएं पूरन काकुर, सहायक पंजीयक अधिकारी मीरा देवी, जिला निरीक्षक चन्द्र कुमार, खण्ड निरीक्षक सहकारी सभाएं सुभाष चन्द सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं सहकारी सभाओं से जुड़े जनमानस उपस्थित रहे।
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