फतेहपुर में आयोजित 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम से जनता ने बनाई दूरी, खाली रही कुर्सियां
फतेहपुर में आयोजित 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम से जनता ने बनाई दूरी, खाली रही कुर्सियां
जनता का कांग्रेस के कार्यक्रम से हो रहा मोह भंग
फतेहपुर : वलजीत ठाकुर
हिमाचल प्रदेश की सत्तासीन कांग्रेस सरकार जनता से सीधा संपर्क कर उनकी समस्याओं को सुनने के लिए 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम करवा रही है लेकिन इस कार्यक्रम में ज्यादातर अधिकारी-कर्मचारी ही दिखाई देते हैं जबकि समस्या बताने वाले लोग कार्यक्रम से किनारा कर रहे हैं। शनिवार को कृषि एवं पशुपालन मंत्री चन्द्र कुमार की अध्यक्षता में 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम फतेहपुर के छत्तर में रखा गया तथा जिसमें आमजनता के बैठने के लिए लगाई गई कुर्सियां खाली रहीं। लोगों ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। इस कार्यक्रम में जितने अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे थे उससे कहीं कम लोग दिखाई दिए। लोगों ने कहा कि कांग्रेस के इस कार्यक्रम में जनता को समस्या उठाने का मौका ही नहीं दिया जाता और अगर मौका मिल जाता है तो समस्या को अनसुना कर दिया जाता है। समस्या का जबाब गोलमोल दिया जाता है जिसका कोई ओचित्य नहीं होता है। लोगों ने कहा कि इस कार्यक्रम से कांग्रेस अपना शो-अप कर रही है जबकि जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा ह
आखिर क्यू शुरू होने से पहले ही "सरकार गांव के द्धार" कार्यक्रम से लोगो का मोह होने लगा भंग ।
मांत्र अधिकारियों व कर्मचारियों व सरकारी प्रदर्शनियों से ही भरा मिल है पंडाल ।
मंत्री चौधरी चंद्र कुमार के कार्यक्रम मे आमजन के लिए लगाई कुर्सियां क्यू रह गयी खाली ।
फतेहपुर के छत्तर पंचायत मे था आज कार्यक्रम ।
सरकार के लिए बना सबाल आखिर योजना शुरु होने से पहले ही क्यू मोह भंग होने लगा आम जनता का ।
जब एक 90 वर्षिय बजुर्ग कार्यक्रम शुरु होते ही अपनी समस्या को लेकर आ पंहुचा मंच के पास
मंत्री महोदय दे रहे थे मंच से भाषण ,मगर बजुर्ग ने गुस्से मे रखने शुरु कर दी अपनी बात ।
विधायक भवानी ने सम्भाला खुद मोर्चा ,और मंच से नीचे उत्तर कर बजुर्ग को साइड ले जाकर सुनी समस्या ,
अब तक पक्का रास्ता न बन पाने के कारण गुस्सा था बजुर्ग ।
विधायक ने सुना समस्याओं को और हल करने का दिया अश्ववाशन ,फिर बजुर्ग हुए शांत ,
विधायक के इस व्यबहार से लोगो मे बनी चर्चा ।
कोई टिप्पणी नहीं