जिंदगी में स्वाद भी लेना है और कोलेस्ट्रॉल शुगर डराता है तो यह चटनी प्रयोग करें डॉ अर्चिता महाजन
जिंदगी में स्वाद भी लेना है और कोलेस्ट्रॉल शुगर डराता है तो यह चटनी प्रयोग करें डॉ अर्चिता महाजन
नसों में जमीं गंदगी खींच के बाहर निकाल देगी
अपने रुटीन के खाने के साथ हर बार ताजी ही बनाएं और खाएं
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन और चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि कुछ लोग अनावश्यक कहते हैं कि कोलेस्ट्रॉल और शुगर कंट्रोल करनी है तो चाट चटनी बंद करना होगा। पर मैं कहती हूं कि मन के सवाद को मत मारे दिन में तीन बार यह चटनी खाएं और कोलेस्ट्रॉल और शुगर दोनों कंट्रोल में रहेंगे।एक मिक्सर जार में एक मुट्ठी चना, एक कप हरी धनिया की पत्तियां, 12-15 पुदीने के पत्तियां, 1 आंवला, अदरक का छोटा टुकड़ा, 2 लहसुन की कलियाँ, आधा चम्मच जीरा पाउडर और काला नमक स्वाद अनुसार लें।अब इसमें आधा कप पानी डालें और एकदम बारीक पीस लें। स्वाद और सेहत से भरपूर चटनी तैयार है।धनिया और भुने हुए चने की चटनी में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. इनमें फाइबर, प्रोटीन, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, और फैटी एसिड जैसे तत्व शामिल हैं. इस चटनी के कई फ़ायदे हैं, कोलेस्ट्रॉल कम होता है: भुने चने में मौजूद फ़ाइबर और एंटीऑक्सीडेंट कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं और दिल से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करते हैं. धनिया पत्ती भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करती है. शुगर लेवल नियंत्रित रहता है: भुने चने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसमें फ़ाइबर और प्रोटीन ज़्यादा होता है, जिससे शुगर लेवल नहीं बढ़ता. धनिया पत्ती भी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखती है. पाचन बेहतर होता है: भुने चने में फ़ाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन के लिए ज़रूरी है. इससे कब्ज़, गैस, पेट दर्द जैसी समस्याएं दूर रहती हैं. चने का छिलका भी भूसी की तरह काम करता है और पाचन क्रिया को तेज़ करने में मदद करता है. वज़न कंट्रोल में रहता है: भुने चने प्रोटीन का स्रोत होते हैं, जिनसे पेट लंबे समय तक भरा रहता है. एनीमिया की समस्या दूर होती है: भुने चने में आयरन भी होता है, जो एनीमिया की समस्या दूर करने में फ़ायदेमंद होता है.
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